आदिवासी व पिछड़े वर्ग के लोग अपने स्वाभिमान को जगाएं : मुख्यमंत्री

Joharlive Team

  • बदरी, घाघरा में आयोजित कार्तिक उरांव स्मृति जतरा में मुख्यमंत्री रघवुर दास ने शिरकत की

गुमला। स्वर्गीय कार्तिक उरांव स्मृति जतरा सह खेलकूद प्रतियोगिता के मौके पर घाघरा के प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय बदरी के मैदान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वर्गीय कार्तिक उरांव को नमन करते हुए जतरा आयोजन को संस्कृति के संरक्षण संर्वद्धन का माध्यम बताया। जतरा के माध्यम से लोगों में मेल जोल होता है। झारखण्ड की पहचान यहां की वर्षाें पुरानी नृत्य, गीत-संगीत की परम्परा है। इसको जनजातीय समाज आने वाली पीढ़ी को वाहक की भूमिका में आगे ले जा रही है। उन्होंने स्वर्गीय उरांव की सोच तथा जनजातीय आदिवासी समाज को समृद्ध करने का सपना तथा हर गरीब को शिक्षित कर उन्हें सक्षम बनाने के लक्ष्य को हमारी केन्द्र तथा राज्य की सरकार प्राथमिकता के आधार पर कार्य कर रही है।

रघुवर दास ने कहा शिक्षा से ही समाज की दशा और दिशा बदल सकती है। सभी समस्याओं का समाधान शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। हमारी सरकार बेटियों को साक्षर तथा शिक्षा का हक दिलाने के लिए चलाई जा रही योजनाओं यथा मुख्यमंत्री सुकन्या योजना, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के बारे में विस्तार से बताया तथा उपस्थित लोगों से इस योजनाओं से मिलने वाले लाभ व प्रक्रिया के बारे में जानकारी भी ली। उन्होंने आगे कहा शिक्षा के स्तर में वृद्धि के साथ-साथ हमारी समृद्ध संस्कृति को बचाएं रखना आज की जरूरत है। इसी संस्कृति को बचाने तथा आगे बढ़ाने के लिए हमारे समाज के कई महापुरूष हुए है, उनमें से कार्तिक उराँव एक महापुरूष थे।

पिछले सरकारों के स्पष्ट नीति नहीं होने के कारण जनजातीय समाज के पिछड़ेपन का कारण बताते हुए कहा, हमारी सरकार जनजातीय समाज तथा नारी शक्ति को राष्ट्र की शक्ति की बनाने के लिए 2.17 लाख सखी मंडल बनाकर उन्हें रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ स्वावलंबी बनाने की राह दिखाई है। सरकार के कई कार्यक्रमों से जोड़ कर उनकों कई तरह के प्रशिक्षण तथा उनके उत्पाद के लिए बाजार उपलब्ध कराने का काम किया है।

श्री दास ने कहा, गरीब, आदिवासी तथा समाज के पिछड़े वर्ग के लोग अपने स्वाभिमान को जगाएं। अपने लिए सही जनप्रतिनिधि का चुनाव करें। हमारी सरकार प्राथमिकता के आधार पर गांव की तकदीर बदल कर गांव में शहरी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्पित है। गांव-गांव स्ट्रीट लाईट, पेबर ब्लाॅक से सड़क, घर-घर नल से पानी लोगों को मिल रहा है। वर्तमान सरकार की प्राथमिकतर गिनाते हुए मुख्यमंत्री ने आगे बताया सेवा ही लक्ष्य के साथ हमारी सरकार काम कर रही है। आने वाले 2020-22 तक प्रत्येक बेघरों को विभिन्न योजनाओं से पक्का मकान दिया जाएगा। 57 लाख गरीब लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा दिलाने के लिए गोल्डेन कार्ड बनाया जा रहा है। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री कृषि की योजना से कृषि में सहायता हेतु आर्थिक मदद दी जा रही है। किसान तथा नौजवान कृषि के साथ-साथ पशुपालन व बागवानी व्यवसाय से जुड़ कर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की अपील की। गांव में धुमकुड़िया मसना की घेराबंदी कर आदिवासी संस्कृति को बचाने का काम किया जा रहा है। गरीबों को लालच देकर धर्मांतरण से रोकने के लिए धर्मांतरण कानून पूरे राज्य में लागू है। अपने संबोधन के क्रम में मुख्यमंत्री ने उपायुक्त को पलायन करने वाले लड़कियों तथा अनाथ बच्चे-बच्चियों को सूचीबद्ध करने व उन्हें गार्मेंट सिलाई का प्रशिक्षण दिलाने का निर्देश दिया।

मंचीय कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय बदरी में उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर उपायुक्त को विद्यालय में उपयुक्त मात्रा में बेंच-डेस्क, पेयजल व विद्यालय परिसर की घेराबंदी कराने का निर्देश दिया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रोजेक्ट उच्च विद्यालय परिसर स्थित स्वर्गीय कार्तिक उराँव की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

कार्यक्रम में झारखण्ड विधानसभा अध्यक्ष डाॅ0 दिनेश उरांव ने कहा जबसे मुख्यमंत्री ने राज्य की बागडोर संभाली विगत 04 वर्षाें से स्वर्गीय कार्तिक उरांव स्मृति जतरा मंे आते रहे है। साथ ही उन्होंने कहा क्षेत्र की विकास के लिए सरकार सदैव तत्पर है।

मौके पर पद्मश्री अशोक भगत ने अपने संबोधन में कहा, देश के विकास में आदिवासी समाज की अमह भूमिका है। उन्होंने कहा हमारे पूर्वजों ने देश की आजादी के लिए अनेक कुर्बानियाँ दी थी। परंतु आजादी के बाद राज्य के लिए जो विकास के कार्य होने चाहिए थे वो नहीं हो पाएं। उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा हर मोड़ पर देष में परिवर्तन व विकास लाने के लिए अभियान जारी है।

वही राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने मुख्यमंत्री को राज्य के विकास पुरूष एवं झारखण्डी संस्कृति का संरक्षक बताया तथा जनजातीय महापुरूष स्वर्गीय कार्तिक उरांव के सोशल इंजिनियरिंग के ड्राफ्ट को धरातल पर उतारने वाला मुख्यमंत्री बताया। कार्यक्रम का स्वागत भाषण जिला परिषद सदस्य तेम्बू उरांव ने किया। साथ ही मुख्यमंत्री के जतरा में चैथी बार आगमन पर आभार जताया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री रघुवर दास के अलावे झारखण्ड विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. दिनेश उरांव, पदमश्री अशोक भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, पूर्व गुमला विधायक कमलेश उरांव, जिला परिषद अध्यक्षा किरण माला बाड़ा, जिला परिषद सदस्य तेम्बू उरांव, जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष हीरा साहु, माटी कला बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष प्रजापति सहित पूरा जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।