Palamu : पर्यटन और वन क्षेत्रों के समग्र विकास को लेकर मंत्री सुदिव्य कुमार के कार्यालय में आज यानी शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में झारखंड के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों के संरक्षण और विकास से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा हुई। खासतौर पर पलामू क़िला के जीर्णोद्धार के लिए ITHRD द्वारा तैयार विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को BCD से सत्यापित कराने और अनुभवी एजेंसियों के माध्यम से टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही झारखंड ईको टूरिज्म अथॉरिटी (JETA) में बदलाव कर परियोजनाओं को तेजी से लागू करने की सहमति बनी।
बेतला नेशनल पार्क में प्रस्तावित टाइगर सफारी के लिए राजगीर मॉडल को अपनाते हुए पहले राज्य वन्यजीव बोर्ड और फिर केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से स्वीकृति लेने का निर्णय लिया गया। इस परियोजना की लागत करीब ₹250 करोड़ बताई गई है। कमलदह झील के सौंदर्यीकरण के लिए भी अलग प्रस्ताव तैयार करने की बात कही गई ताकि पलामू किला क्षेत्र का समग्र विकास हो सके। मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि अबुआ सरकार झारखंड को पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बैठक में वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर, पर्यटन सचिव, वन सचिव और संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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