Vaishali : बिहार के वैशाली जिले के सोनपुर में स्थित ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण बाबा हरिहरनाथ मंदिर को अब अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। हरिहरनाथ मंदिर कॉरिडोर परियोजना के पहले चरण का कार्य शुरू हो चुका है, जिसके तहत मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। इस परियोजना का लक्ष्य श्रद्धालुओं और पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि यह स्थल न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और पर्यटन के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाए।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
हरिहरनाथ मंदिर अपनी अनूठी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत का एकमात्र मंदिर है जहां भगवान शिव और भगवान विष्णु एक ही शिवलिंग में विराजमान हैं। इस विशिष्टता के कारण यह मंदिर न केवल आम जनमानस, बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की आस्था का भी केंद्र है। हर साल सोनपुर मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
कॉरिडोर परियोजना और रिवर फ्रंट डेवलपमेंट
हरिहरनाथ मंदिर कॉरिडोर परियोजना के तहत गंगा और गंडक नदी के संगम से मंदिर तक एक भव्य कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। सारण के जिलाधिकारी (डीएम) अमन समीर ने हाल ही में मंदिर पहुंचकर फेज-1 के कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने काली घाट से दीघा पुल तक रिवर फ्रंट डेवलपमेंट के लिए कंसल्टेंट टीम के साथ विस्तृत चर्चा की। डीएम ने सख्त निर्देश दिए कि कॉरिडोर निर्माण के दौरान काली घाट से मंदिर तक किसी भी नए अनधिकृत निर्माण की अनुमति नहीं दी जाएगी, ताकि परियोजना की मूल योजना प्रभावित न हो।
फेज-2 की तैयारी
फेज-1 की प्रगति के साथ-साथ फेज-2 के लिए भी सुव्यवस्थित कार्य योजना और मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसमें मंदिर परिसर का विस्तार, घाटों का सौंदर्यीकरण, यातायात प्रबंधन, पार्किंग सुविधा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और पर्यटन सुविधाओं को शामिल किया जाएगा। इस परियोजना से मंदिर का क्षेत्र न केवल धार्मिक महत्व रखेगा, बल्कि एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी उभरेगा।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
मंदिर कमेटी के सचिव विजय सिंह ने सरकार और पर्यटन विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा, “हरिहरनाथ मंदिर का यह विकास हम सभी के लिए गर्व का विषय है। यह मंदिर अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी पहचान बनाएगा। इस परियोजना से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।”
सोनपुर मेले का बढ़ेगा आकर्षण
सोनपुर मेला, जो विश्व प्रसिद्ध है हर साल लाखों पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद मेले का आकर्षण और अधिक बढ़ेगा, क्योंकि बेहतर सुविधाओं और सौंदर्यीकरण से पर्यटकों को एक अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त होगा। यह परियोजना बिहार सरकार की उस महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा है, जिसके तहत राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
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