Patna : उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा पुल परियोजना तेजी से प्रगति कर रही है। 5.5 किलोमीटर लंबे इस चार लेन पुल का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। बुधवार को पटना के DM डॉ. त्यागराजन एसएम ने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और बिहार राज्य सड़क विकास निगम (BSRDC) के अधिकारियों को दिसंबर 2026 तक हर हाल में निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया।
DM ने कहा कि यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगा, जिससे न केवल आम लोगों का आवागमन आसान होगा, बल्कि पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, वैशाली और सारण जैसे प्रमुख जिलों के बीच यातायात में भी उल्लेखनीय सुधार होगा। उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता और गति बनाए रखने की सख्त हिदायत दी।
तीन चरणों में हो रहा निर्माण
बख्तियारपुर-ताजपुर पुल और इससे जुड़ी ग्रीनफील्ड परियोजना को तीन प्राथमिकता खंडों में बांटा गया है :
- प्राथमिकता 1 : समस्तीपुर के चकलालशाही से ताजपुर तक 16.2 किलोमीटर सड़क निर्माण, जो पूरा हो चुका है।
- प्राथमिकता 2 : डुमरी से चकलालशाही तक 18.5 किलोमीटर सड़क निर्माण।
- प्राथमिकता 3 : मुख्य गंगा पुल, पहुंच पथ, रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) और अन्य संरचनात्मक कार्य।
पुल के मुख्य ढांचे का निर्माण (सेगमेंट इरेक्शन) तेजी से चल रहा है। उत्तरी भाग में सीएफटी तकनीक, मध्य भाग में लॉन्चिंग गैंट्री और दक्षिणी भाग में क्रेन की मदद से काम हो रहा है। यह पुल NH-122 के जरिए ताजपुर से वैशाली, सारण और पटना जाने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा, जिससे महात्मा गांधी सेतु और राजेंद्र सेतु पर यातायात का दबाव कम होगा।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
यह पुल अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पर्यटन स्थलों, धार्मिक स्थानों, शैक्षणिक संस्थानों और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाएगा। साथ ही, ओडिशा के पाराद्वीप बंदरगाह से नेपाल तक आवागमन सुगम होने से वाणिज्यिक गतिविधियों को गति मिलेगी और क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने BSRDC के अभियंताओं को सख्त निर्देश दिए कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह परियोजना बिहार के संरचनात्मक विकास में मील का पत्थर साबित होगी।”
आने वाला समय बिहार के लिए सुनहरा
बख्तियारपुर-ताजपुर पुल के पूरा होने से बिहार के यातायात तंत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय लोगों के लिए सुविधाजनक होगी, बल्कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।
Also Read : बिहटा एयरपोर्ट विस्तार के लिए यहां से ली जाएगी जमीन