Bokaro : बोकारो के बारी कोऑपरेटिव प्लॉट संख्या 512 में रहने वाले एक रेलवे कर्मचारी विद्यासागर भारती (उम्र लगभग 40 वर्ष) की संदिग्ध हालात मे मौत हो गई। मूल रूप से बिहार के आरा जिले के निवासी विद्यासागर भारती रेलवे में ग्रुप ‘सी’ के पद पर कार्यरत थे।
बताया जा रहा है कि वे पिछले एक वर्ष से गंभीर मानसिक तनाव (डिप्रेशन) से जूझ रहे थे। इस दौरान वे नियमित रूप से साइकाइट्रिक दवा ले रहे थे। इलाज की शुरुआत BGH (बोकारो जनरल हॉस्पिटल) में हुई थी, जिसके बाद उन्हें रेलवे अस्पताल, कोलकाता रेफर किया गया था। परिजनों के अनुसार, बीमारी की वजह से वे पिछले कई महीनों से अपने कार्यस्थल पर नहीं जा पा रहे थे और नौकरी से भी अनुपस्थित चल रहे थे। इससे उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो गई थी। उन पर कर्ज का बोझ भी बढ़ता जा रहा था, जिससे वे और अधिक मानसिक दबाव में आ गए थे।
विद्यासागर पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनके परिवार में दो बहनें और तीन भाई हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सेक्टर 12 पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
विद्यासागर अपने पीछे पत्नी सोनी देवी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं। इनमें एक बेटी की उम्र मात्र 15 दिन है, जबकि बड़ा बेटा 5 साल का है। मृतक की बड़ी बहन पूनम कुमारी ने बताया कि वे पिछले एक साल से डिप्रेशन में थे और लगातार मानसिक रूप से टूटते जा रहे थे।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा। घटना से मृतक के परिवार और आसपास के इलाके में शोक की लहर है।