Ranchi : झारखंड में शराब घोटाले को लेकर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. सीनियर IAS अधिकारी विनय चौबे की ACB द्वारा गिरफ्तारी के बाद अब विपक्ष हमलावर हो गया है. आज यानी बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. मरांडी ने कहा कि यह घोटाला किसी एक अधिकारी की लापरवाही नहीं, बल्कि एक “सोची-समझी साजिश” का हिस्सा है. उन्होंने दावा किया कि तीन साल पहले ही उन्होंने CM को पत्र लिखकर इस घोटाले की आशंका जताई थी. पत्र में जिन कंपनियों के नाम दिए गए थे, उन्हीं कंपनियों को बाद में ठेके भी दिए गए.
सरकार को पहले से थी जानकारी
भाजपा नेता ने सवाल उठाया कि जब यह मामला पहले से ज्ञात था, तो सितंबर 2024 में ही प्राथमिकी क्यों दर्ज की गई? उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें आने के बाद ही सरकार हरकत में आई और अक्टूबर में प्रारंभिक जांच शुरू की गई, लेकिन एफआईआर 20 मई 2025 को दर्ज की गई, जो अपने आप में संदेह पैदा करता है.
CM पर भी आरोप
बाबूलाल मरांडी ने सीधे तौर पर CM हेमंत सोरेन पर भी निशाना साधा और कहा कि शराब घोटाले में उनका नाम सामने आ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि ED की रडार पर आए गवाहों को धमकाया जा रहा है. मनोज और शैलेश नामक दो गवाहों के घर पर ACB की छापेमारी को इसी क्रम में देखा जा रहा है. उन्हें बयान से मुकरने के लिए दबाव डाला जा रहा है.
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