Johar Live Desk : कनाडा में गुरुवार सुबह सिख व्यवसायी हरजीत सिंह ढड्डा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. ढड्डा ट्रकिंग उद्योग में सक्रिय थे और घटना के वक्त वह अपने ऑफिस के पास खड़े थे. पुलिस के अनुसार टेलफोर्ट वे और डेरी रोड के पास स्थित इलाके में उन पर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं. उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मौके पर लगभग 20 गोलियां चलाई गईं, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
बिश्नोई गैंग ने ली हत्या की जिम्मेदारी
भारत में कुख्यात बिश्नोई गैंग के मेम्बर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए ढड्डा की हत्या की जिम्मेदारी ली है. गोदारा ने दावा किया कि ढड्डा का संबंध खालिस्तानी आतंकी अर्श दल्ला से था और उन्होंने दल्ला की जमानत के लिए आर्थिक सहायता दी थी.
गोदारा ने अपने पोस्ट में कहा…
“मैं और भाई गोल्डी बरार इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हैं. ढड्डा हमारे दुश्मनों का करीबी था और उसने अपने भाई मेहल सिंह की हत्या के लिए अर्श दल्ला और सुखा दुनुके को पैसे दिए थे. हमने उसे चेतावनी दी थी, लेकिन उसने दो महीने पहले फिर से दल्ला की मदद की.”
खालिस्तानी लिंक और अंतरराष्ट्रीय चिंता
जिस अर्श दल्ला का नाम सामने आया है, वह हरदीप सिंह निज्जर के बाद खालिस्तानी नेटवर्क में प्रमुख चेहरा बन गया है. अर्श दल्ला, जो 2020 में कनाडा भाग गया था, उस पर भारत में हत्या, उगाही और टारगेट किलिंग जैसे संगीन आरोप हैं. जनवरी 2023 में भारत सरकार ने उसे आतंकी घोषित किया था. गोदारा और बिश्नोई गैंग के अन्य मेम्बर इंटरपोल की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल हैं. दिसंबर 2024 में रोहित गोदारा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था.
सिख समुदाय में बढ़ी चिंता
इस घटना ने कनाडा में बसे सिख समुदाय में गहरी चिंता और असुरक्षा की भावना को जन्म दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि भारत से जुड़े आपराधिक और आतंकी नेटवर्क कनाडा में पनाह पाकर अब वहां हिंसा फैला रहे हैं.
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