Bhagalpur : सावन महीने के पावन अवसर पर बिहार में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 की शुरुआत आज यानी शुक्रवार को हो गई। डिप्टी CM सम्राट चौधरी शाम को भागलपुर जिले के सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ धाम से विधिवत मेले का उद्घाटन करेंगे। बिहार सरकार के पर्यटन विभाग ने इस बार कांवरियों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जो मेले को और भी भव्य और व्यवस्थित बना रहे हैं।
सुल्तानगंज से देवघर तक भक्ति यात्रा
श्रावणी मेले के दौरान लाखों कांवरिए और श्रद्धालु सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर झारखंड के बाबा वैद्यनाथ धाम (देवघर) तक पैदल यात्रा करते हैं। इस वर्ष सावन माह में चार सोमवारी पड़ रही हैं 14 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई और 4 अगस्त। प्रत्येक सोमवारी के अगले दिन महिलाएं मंगला गौरी व्रत भी करेंगी।
कांवरियों के लिए आधुनिक सुविधाएं
बिहार सरकार ने इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता दी है। सुल्तानगंज से दुम्मा (झारखंड सीमा) और पहलेजा घाट (सारण) से बाबा गरीबनाथ मंदिर (मुजफ्फरपुर) तक कांवरियों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। इनमें शामिल हैं:
- टेंट सिटी : सुल्तानगंज में 200 बेड, अबरखा (बांका) में 600 बेड, खैरा (मुंगेर) में 200 बेड, धोबई में 200 बेड, पहलेजा में 500 बेड, गोरौल, बिठौली (वैशाली), तुर्की (मुजफ्फरपुर) में 200-200 बेड, और आरडीएस कॉलेज (मुजफ्फरपुर) में 1000 बेड की क्षमता वाले वाटरप्रूफ जर्मन हैंगर टेंट सिटी।
- सुविधाएं : पंखे, कूलर, कुर्सियां, टेबल, शौचालय, पेयजल, बिजली, बांस के कांवर स्टैंड, सीसीटीवी कैमरे, और सुरक्षा व्यवस्था।
- मनोरंजन : एलईडी टीवी पर बिहार पर्यटन की जानकारी, घोषणा प्रणाली और प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम।
उद्घाटन पर अनूप जलोटा का भक्ति भजन
मेले के उद्घाटन अवसर पर प्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा अपने भजनों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। रोजाना गंगा आरती का आयोजन सुल्तानगंज में होगा, और उद्घाटन व समापन के दिन भगवान शिव के जीवन पर आधारित लेजर शो का प्रदर्शन किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन और सूचना केंद्र
श्रद्धालुओं की सहायता के लिए बिहार सरकार ने टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 18003037677 जारी किया है। साथ ही, राज्य के 12 पर्यटक सूचना केंद्रों पर ब्रॉशर, नक्शे और लाइव जानकारी मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला प्रशासन ने मेले की सुरक्षा के लिए व्यापक व्यवस्था की है। मेला परिसर में CCTV कैमरे, ड्रोन निगरानी, स्वास्थ्य सुविधाएं, आपातकालीन सेवाएं और पुलिस गश्ती तैनात रहेगी।
भक्ति और आधुनिकता का संगम
इस बार का श्रावणी मेला भक्ति, संस्कृति और आधुनिक सुविधाओं का अनूठा संगम बनकर श्रद्धालुओं को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा। बिहार सरकार की यह पहल न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ाएगी, बल्कि पर्यटन को भी प्रोत्साहन देगी।
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