Latehar : कुख्यात गैंगस्टर राहुल सिंह को लातेहार की चंदवा पुलिस ने तीखी चोट दी है। राहुल सिंह से सात गुर्गों को धरकर पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। गिरफ्तार गुर्गों के नाम रोहित कुमार (20), कुंदन तूरी (25), विशाल लोहरा (20), शुभम लोहरा (20), प्रमोद लोहरा (24), विक्रांत सिंह (26) और विनय गुप्ता (20) बताये गये हैं। सभी लातेहार के अलग-अलग इलाकों में रहते हैं। इनके पास ने एक देसी पिस्तौल, 19 जिंदा गोलियां, आठ मोबाइल फोन और दो बाइक जब्त किये गये हैं। इस बात का खुलासा आज लातेहार के SDPO अरविंद कुमार ने किया।
अरविंद कुमार ने मीडिया को बताया कि पुलिस कप्तान कुमार गौरव को मिली गुप्त सूचना पर यह कार्रवाई की गयी है। SP को इंफॉर्मेशन मिली थी कि राहुल सिंह के कुछ गुर्गे चंदवा के पन्नाटांड़ जंगल में जमा हुए हैं। लेवी वसूलने के मकसद से बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले हैं। मिली इंफॉर्मेशन पर SDPO अरविंद सिंह और चंदवा थानेदार रणधीर कुमार की देखरेख में टीम गठित की गयी। गठित टीम ने बताये गये लोकेशन पर रेड मारी और सात बदमाशों को धर दबोचा। धराये बदमशों ने पुलिस को दिये अपने बयान में खुलासा किया कि बीते नौ मई को बोरसीदाग स्थित पीआरए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के द्वारा कराये जा रहे रोड निर्माण में लगे मजदूरों पर दिन के साढ़े तीन बजे गोलियां चलायी गयी थी। वहीं, 15 मई को दिन के 1:40 बजे लातेहार में एमजी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की साईट पर लेवी के लिए फायरिंग की गयी थी। बावजूद इसके लेवी नहीं मिला। इस चलते आका राहुल सिंह और जेल में बंद बजंरगी उर्फ दीपक मेहता के हुक्म पर फिर से वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे। इस बार अमझरिया स्थित कैंप में लूटपाट और रंगदारी वसूलने की प्लानिंग थी, मगर पकड़ा गये।
इन बदमाशों को दबोचने में SDPO अरविंद कुमार, चंदवा थानेदार इंस्पेक्टर रणधीर कुमार, एसआई भवेश यादव, ललन कुमार, एएसआई अनुज कुमार ओझा और मनोज कुमार दुबे की भूमिका सरहानीय रही।
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