Ranchi : नामकुम पावर ग्रिड में हुए डकैती कांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। बिजली ऑफिस में कर्मचारियों को बंधक बनाकर डकैती करने के इल्जाम में 9 संदेही गुनहगारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में दिनेश लोहरा उर्फ दिनेश करमाली, राजेश कुमार सिंह उर्फ भोला शाहिद अंसारी उर्फ जटला, ललन कुमार भुईया उर्फ बौना, जितु कुमार सिंह उर्फ जिजुवा, फुरकान मल्लिक उर्फ फुरकान, बिरेन्द्र बेदिया उर्फ घोंची, दीपक कुमार सोनी और जितेन्द्र कुमार शामिल हैं। इनके पास से कांड में इस्तेमाल किया गया टेम्पू, कटर मशीन, कॉपर स्ट्रीप, प्लेट एंगल, कनेक्टर और नौ मोबाईल फोन जब्त किये गये हैं। इस बात का खुलासा DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने किया।
DIG सह SSP ने बताया कि बीते 15 जुलाई को नामकुम पावर ग्रिड में 20-25 अपराधियों ने धावा बोल दिया था। सब स्टेशन के सारे कर्मचारियों को बंधक बनाया और फिर डकैती की वारदात को अंजाम दिया। मामले का खुलासा करने के लिए रुरल एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व और मुख्यालय DSP अमर पांडेय की देखरेख में SIT गठित की गयी थी। डकैतों की धड़पकड़ के लिए SIT लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी दरम्यान इंफॉर्मेशन मिली कि कुछ लोग पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर पनाह ले रहे हैं। टेक्निकल सेल की मदद ली गयी और दिनेश लोहरा उर्फ दिनेश करमाली समेत नौ संदेही गुनहगारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में दिनेश ने स्वीकार किया कि उसने अपने 10 साथियों के साथ मिलकर डकैती की। लूटा गया सामान फुरकान मलिक और दीपक कुमार सोनी के कबाड़ी दुकानों में बेच दिया। इन दोनों की कबाड़ी दुकान रांची के पुंदाग थाना क्षेत्र में है। दोनों कबाड़ी दुकानदारों ने 253 रुपये की रेट से सारा माल खरीद लिया और एक लाख 73 हजार रुपये उन लोगों को दे दिये। दीपक सोनी ने डर के कारण यह सामान पटना के परेव इलाके में जितेंद्र कुमार की फैक्ट्री को बेच दिया, जिससे एवज में उसे चार लाख रुपये मिले। गिरफ्तार सभी लोगों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पुलिस अब इस घटना में शामिल अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। सुनें क्या बोले DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा…
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