Ranchi : झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) द्वारा 19 साल बाद विश्वविद्यालय शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 6 अक्टूबर 2025 है। आवेदन के दौरान यूजी और पीजी डिग्रियां लगाना जरूरी है। लेकिन रांची विश्वविद्यालय में डिग्रियों के लंबित बैकलॉग की वजह से अभ्यर्थियों को परेशानी हो रही थी।
रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने रविवार को भी काम जारी रखा। डिग्री लेने के लिए छात्र सुबह से ही लंबी कतार में खड़े रहे। इनमें जेपीएससी, झारखंड टेट (JTET) और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के उम्मीदवार शामिल थे।
दुर्गा पूजा की छुट्टियों में भी विश्वविद्यालय के कर्मचारी लगातार डिग्री बनाने में लगे रहे। अब तक करीब 7300 डिग्रियां तैयार हो चुकी हैं। प्रशासन ने बताया कि छात्रों के भविष्य को देखते हुए उन्होंने यह काम प्राथमिकता से पूरा किया।

विश्वविद्यालय परिसर में रविवार को भारी भीड़ देखने को मिली। कई छात्र सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा और खूंटी से आए थे। कुछ छात्रों ने कहा कि उन्हें कई महीने से डिग्री का इंतजार था, अब मिलने पर उन्होंने राहत महसूस की।
कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय की प्रक्रिया पर सवाल भी उठाए। उनका कहना था कि कॉलेज से डिग्री शुल्क लेने के बावजूद डिग्री मिलने में बहुत देरी होती है, जिससे उन्हें बार-बार विश्वविद्यालय आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।
रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि जिन छात्रों की डिग्रियां अभी तक नहीं बनी हैं, उनकी डिग्री जल्द से जल्द जारी करने के लिए विशेष टीम काम कर रही है। यह टीम पुराने रिकॉर्ड को डिजिटल तरीके से जांच रही है।
डिग्री जारी करने में देरी का मुख्य कारण 2018 से 2022 के बीच पास हुए छात्रों के डेटा का सही-सही मिलना है। कई कॉलेजों से अभी भी पूरी जानकारी नहीं आई है।
छात्र संगठन एनएसयूआई और एबीवीपी ने विश्वविद्यालय के इस प्रयास की तारीफ की और कहा कि ऐसी तत्परता भविष्य में भी बनी रहनी चाहिए, ताकि छात्रों को आखिरी समय में परेशानी न हो।
कुल मिलाकर, रांची विश्वविद्यालय डिग्रियों के वितरण में तेजी ला रहा है और उम्मीद है कि अगले दो दिनों में अधिकांश लंबित डिग्रियां जारी कर दी जाएंगी। इससे हजारों छात्रों को अपने करियर की तैयारी में मदद मिलेगी।