Ranchi : रांची विश्वविद्यालय ने स्नातक (यूजी) परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया में अहम बदलाव किया है। अब कला, विज्ञान और वाणिज्य स्ट्रीम की कॉपियां पीजी की तरह सीधे रांची में जांची जाएंगी।
विश्वविद्यालय के अनुसार फर्स्ट सेमेस्टर (सेशन 2024-28) और फिफ्थ सेमेस्टर (सेशन 2022-26) की लगभग 50 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाना है। इसमें फर्स्ट सेमेस्टर के 26 हजार और फिफ्थ सेमेस्टर के 24 हजार छात्र शामिल हैं।
राजधानी रांची में वीमेंस कॉलेज, निर्मला कॉलेज, गोस्सनर कॉलेज और डोरंडा कॉलेज में मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। यूजी फर्स्ट और फिफ्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं अक्टूबर के पहले और तीसरे सप्ताह में पूरी हुई थीं।

बदलाव के फायदे
- गड़बड़ी पर रोक: अब कॉपियों के खोने या गुम होने की शिकायतें कम होंगी।
- समय की बचत: पहले कॉपियों को अन्य राज्यों में भेजने और वापस लाने में समय लगता था। अब रिजल्ट समय पर जारी होंगे।
- सत्र नियमित: रांची में मूल्यांकन से प्रक्रिया प्रशासन की निगरानी में होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
शिक्षकों की कमी अभी भी बड़ी समस्या है। पिछले सात वर्षों में नई नियुक्ति नहीं हुई है, जबकि हर महीने कई शिक्षक रिटायर हो रहे हैं। फर्स्ट और फिफ्थ सेमेस्टर की करीब एक लाख कॉपियों का मूल्यांकन किया जाना है, जिससे शिक्षकों पर काम का दबाव बढ़ेगा।

