Ranchi: रांची मंडल में आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार के निर्देशानुसार रेलवे सुरक्षा बल अपनी ड्यूटी सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ निभा रही है। 12 अक्टूबर 2025 को रेल मदद के माध्यम से शिकायत मिली कि करतार सिंह, भरतपुर (राजस्थान) निवासी, की पत्नी होलिका और पाँच वर्षीय पुत्र यश गलती से रांची रेलवे स्टेशन पहुँच गए हैं।
सूचना मिलते ही टीम “मेरी सहेली” ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला और बच्चे को स्टेशन से सुरक्षित बरामद किया और शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी दी। महिला से पूछताछ में पता चला कि वह बुंडू, रांची की मूल निवासी है और लगभग नौ वर्ष पहले परिवार की इच्छा के विरुद्ध राजस्थान में शादी कर वहां रह रही थी। पति द्वारा मायके जाने की अनुमति न मिलने के कारण महिला अपने पुत्र के साथ 10 अक्टूबर को राजस्थान से घर लौट रही थी।
महिला के पास न मोबाइल था, न किसी परिजन का संपर्क नंबर और न ही यात्रा हेतु धनराशि। रांची सहायक सुरक्षा आयुक्त ए के सिंह को मामले की जानकारी दी गई। उन्होंने महिला और बच्चे की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीम “मेरी सहेली” को सुरक्षित घर पहुँचाने का निर्देश दिया।

जांच में पता चला कि घर पर फिलहाल कोई परिजन नहीं हैं। टीम “मेरी सहेली” ने जीआरपी रांची और एनजीओ बुंडू के सहयोग से महिला और बच्चे को सुरक्षित रूप से बुंडू थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
रेलवे सुरक्षा बल रांची की यह पहल मानवता और सुरक्षा के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाती है और पूरे देश के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है।