Chaibasa : चाईबासा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड बनवाने की समस्याओं ने स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों को परेशान कर रखा है। इसका उदाहरण तब देखने को मिला, जब कुमारडुंगी प्रखंड के खण्डखोरी पंचायत के हल्दीपोखर गांव के प्राथमिक विद्यालय के 30 बच्चे अपने परिजनों के साथ 70 किलोमीटर दूर चाईबासा पहुंचे। ये बच्चे आधार कार्ड बनवाने के लिए जिला समाहरणालय के आधार केंद्र आए थे, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
क्या हुआ था?
हल्दीपोखर गांव के इन बच्चों को आधार कार्ड की जरूरत थी, लेकिन जिला आधार केंद्र पर उन्हें बताया गया कि एक दिन में केवल 35 आधार कार्ड बनाए जाते हैं, इसलिए उनका कार्ड नहीं बन सकता। इस बीच, झारखंड आंदोलनकारी और पूर्व झामुमो केंद्रीय सदस्य सुनील कुमार सिरका भी बच्चों की मदद के लिए वहां पहुंचे। उन्होंने बच्चों को एक प्रज्ञा केंद्र ले गए, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी।
जिला शिक्षा अधीक्षक ने लिया संज्ञान
सिरका ने बच्चों और अभिभावकों के साथ DC की अनुपस्थिति में जिला शिक्षा अधीक्षक से मुलाकात की। शिक्षा अधीक्षक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को बुलाया और बुधवार को प्रखंड मुख्यालय में सभी बच्चों के आधार कार्ड बनवाने का निर्देश दिया। इसके बाद बच्चे और उनके अभिभावक गांव लौट गए।

अभिभावकों की परेशानी
एक अभिभावक तुरी हेमब्रम ने बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए उन्हें गाड़ी का किराया देकर चाईबासा आना पड़ा, फिर भी काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर गांव के स्कूल या पंचायत में आधार कार्ड बनवाने की व्यवस्था होती, तो इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती।
सुनील सिरका की मांग
सुनील सिरका ने कहा कि सुदूर गांवों के स्कूली बच्चों को आधार कार्ड बनवाने में हो रही दिक्कतों पर शिक्षा विभाग को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की कि ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड बनवाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि बच्चों और अभिभावकों को इस तरह की परेशानी न उठानी पड़े।
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