झारखंड: झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) द्वारा मेंस एग्जाम का रिजल्ट 11 महीनों की लंबी देरी के बाद जारी किया गया लेकिन इसके जारी होते ही विवाद खड़ा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस परिणाम की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि JPSC ने रिजल्ट को किसी लॉटरी की तरह घोषित कर दिया है जिसमें यह साफ नहीं है कि एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस जैसी आरक्षित कैटेगरीज को उनका तय कोटा मिला भी या नहीं। उन्होंने कहा कि अगर रिजल्ट को कैटेगरीवाइज जारी किया जाता तो अभ्यर्थियों को भी अपनी मेरिट और स्थिति को समझने में आसानी होती।
प्रतुल शाहदेव ने कार्मिक विभाग द्वारा दिसंबर 2023 में जारी नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए कहा कि नियमों के अनुसार हर श्रेणी के ढाई गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाना चाहिए लेकिन आयोग ने इसका पालन किया या नहीं ये स्पष्ट नहीं है।
भाजपा ने सरकार से इस मुद्दे पर संज्ञान लेने की मांग की है और जेपीएससी से अविलंब कैटेगरीवाइज रिजल्ट जारी करने की अपील की है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो एक बार फिर आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े होंगे।
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