Johar Live Desk : अयोध्या में 25 नवंबर का दिन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज होने वाला है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के शिखर पर ध्वजा स्थापित करेंगे और दिव्य-भव्य राम मंदिर को देश-दुनिया के सनातन धर्मावलंबियों के लिए समर्पित किया जाएगा। इस अवसर को भव्य बनाने के लिए पूरे शहर को फूलों से सजाया जा रहा है।
मंदिर परिसर की सजावट
वन एवं उद्यान विभाग ने समारोह को भव्य बनाने की जिम्मेदारी संभाली है। दिल्ली, कोलकाता और बेंगलुरु से ट्रकों में फूल लगातार अयोध्या भेजे जा रहे हैं। अब तक कई सौ कुंतल फूल मंदिर परिसर पहुंच चुके हैं। मंदिर के द्वार, गलियारे और प्रांगण को थीम-आधारित सजावट, झूमर और पुष्पमालाओं से अलौकिक रूप दिया गया है।
प्रधानमंत्री के मार्ग की सजावट
प्रधानमंत्री मोदी जिस मार्ग से राम मंदिर पहुंचेंगे, उस पूरे मार्ग को सजावटी पौधों, गमलों और पुष्पगुच्छों से तैयार किया जा रहा है। शहर के प्रमुख चौक-चौराहे और प्रवेश द्वार भी फूलों से सजाए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं का स्वागत रंग-बिरंगे फूलों की खुशबू और सुंदरता से हो।

मंत्री ने निरीक्षण किया
वन एवं उद्यान राज्य मंत्री दिनेश सिंह ने तैयारियों का निरीक्षण किया और कहा कि दिल्ली, कोलकाता और बेंगलुरु से लगातार फूल भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प के कारण राम मंदिर का दिव्य और भव्य स्वरूप आज साकार हुआ है। ध्वजारोहण के माध्यम से इसका औपचारिक समर्पण सभी सनातन धर्मावलंबियों को किया जाएगा।
श्रद्धा और उत्सव का संगम
मंदिर के हर कोने को सुगंधित और आकर्षक बनाने का काम किया जा रहा है। गलियारों में फूलों की झूमरें, शिखर के आसपास विशेष पुष्प सज्जा और प्रवेश द्वारों पर भव्य फूलमालाएं लगाई गई हैं। अयोध्या में यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि देशभर में एकता, श्रद्धा और संस्कृति का संदेश भी फैलाएगा।

