New Delhi : देशभर में गुरुवार को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर PM नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने भारत के विभाजन के दौरान विस्थापन, हिंसा और पीड़ा झेलने वाले लाखों लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की और इस ऐतिहासिक त्रासदी को भारतीय इतिहास का ‘दुखद अध्याय’ बताया।
PM मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से लिखा, “भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है। हमारे इतिहास के उस दुखद अध्याय के दौरान अनगिनत लोगों द्वारा झेले गए उथल-पुथल और दर्द को याद करते हुए यह उनके साहस का सम्मान करने का दिन है। अकल्पनीय क्षति का सामना करने और फिर भी नए सिरे से शुरुआत करने की ताकत पाने की उनकी क्षमता प्रेरणादायक है। यह दिन हमें सद्भाव के बंधन को मजबूत करने की स्थायी जिम्मेदारी की भी याद दिलाता है।”
India observes #PartitionHorrorsRemembranceDay, remembering the upheaval and pain endured by countless people during that tragic chapter of our history. It is also a day to honour their grit…their ability to face unimaginable loss and still find the strength to start afresh.…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2025
अमित शाह ने विभाजन को बताया कांग्रेस की ऐतिहासिक भूल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर विभाजन की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के चलते देश का बंटवारा हुआ, जिससे भारत माता के गौरव को ठेस पहुंची। उन्होंने लिखा, “देश के विभाजन और उसकी त्रासदी के शिकार लोगों के दर्द को याद कर संवेदना व्यक्त करने का दिन है। इस दिन कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बांटकर मां भारती के स्वाभिमान को चोट पहुँचाई। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए, और करोड़ों लोगों ने विस्थापन झेला। मैं उन सभी लोगों के प्रति मन की गहराई से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। देश विभाजन के इस इतिहास और दर्द को कभी भुला नहीं सकेगा। विभाजन की इस विभीषिका में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
#PartitionHorrorsRemembranceDay देश के विभाजन और उसकी त्रासदी के शिकार लोगों के दर्द को याद कर संवेदना व्यक्त करने का दिन है। इस दिन कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बाँटकर माँ भारती के स्वाभिमान को चोट पहुँचाई। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए, और करोड़ों लोगों ने… pic.twitter.com/a6y8Q4lza3
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2025
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा– “यह घटना मानवता की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक”
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विभाजन को भारत के इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक बताया। उन्होंने लिखा, “14 अगस्त 1947 का दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास में गहरी पीड़ा और अपार क्षति का प्रतीक है। इस दिन निजी स्वार्थ, सत्ता की लोलुपता और संकीर्ण मानसिकता ने देश की एकता को तोड़ने का अपराध किया था। यह मानव सभ्यता की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक थी, जिसमें अनगिनत लोग अपने प्रियजनों, अपने घर और अपनी मिट्टी से बिछड़ गए। यह घाव हमें हमेशा यह याद दिलाता रहेगा कि नफरत और वैमनस्य का अंजाम कितना विनाशकारी होता है। ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ हमें एकता, भाईचारे और करुणा को जीवन का आधार बनाने की प्रेरणा देता है। आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी अमर आत्माओं और विस्थापित परिवारों को नमन करता हूं, जिन्होंने इस त्रासदी का दर्द सहकर भी जीवन में आगे बढ़ने का साहस दिखाया।”
14 अगस्त 1947 का दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास में गहरी पीड़ा और अपार क्षति का प्रतीक है। इस दिन निजी स्वार्थ, सत्ता की लोलुपता और संकीर्ण मानसिकता ने देश की एकता को तोड़ने का अपराध किया था। यह मानव सभ्यता की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक थी, जिसमें अनगिनत लोग अपने प्रियजनों, अपने… pic.twitter.com/Vvo7EtGnlU
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) August 14, 2025
राजनाथ सिंह ने पीड़ितों को किया नमन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विभाजन के दौरान हिंसा और विस्थापन का सामना करने वाले लोगों को याद करते हुए लिखा, “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर 1947 के उस दर्दनाक अध्याय को स्मरण करते हुए, मैं उन सभी भाइयों-बहनों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्हें भारत के विभाजन के बाद नफरत और हिंसा के भयावह परिणाम भुगतने पड़े और जन-धन की हानि देखनी पड़ी। उन पीड़ित परिवारों के प्रति आज भी हर भारतीय के भीतर एक संवेदना है। हम लोग देश में सामाजिक सौहार्द को और मज़बूत करने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर 1947 के उस दर्दनाक अध्याय को स्मरण करते हुए, मैं उन सभी भाइयों-बहनों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्हें भारत के विभाजन के बाद नफरत और हिंसा के भयावह परिणाम भुगतने पड़े और जन-धन की हानि देखनी पड़ी। उन पीड़ित परिवारों के प्रति आज भी हर भारतीय के…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 14, 2025
एस. जयशंकर ने जताया दुख
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस अवसर पर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। जयशंकर ने विभाजन के दूरगामी मानवीय और रणनीतिक प्रभावों की ओर इशारा करते हुए लिखा, “विभाजन के कारण अपार पीड़ा हुई और इसके दूरगामी मानवीय और रणनीतिक परिणाम हुए।”
The Partition caused immense suffering and had far-reaching human and strategic consequences.
On #PartitionHorrorsRemembranceDay, we recall the resilience of those who endured this terrible tragedy. There are many lessons to be learnt from this painful chapter.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 14, 2025
जे. पी. नड्डा ने दी राष्ट्र-विरोधी ताकतों को चेतावनी
भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने भी इस दिन को याद करते हुए राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया और लिखा, “1947 का काला दिन हमें उस क्रूर घटना की याद दिलाता है जब देशवासियों ने पलायन और अमानवीय यातनाओं को झेला। यह दिन राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होने की प्रेरणा देता है।”
‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर विस्थापन का दंश झेलते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लाखों लोगों को श्रद्धांजलि देता हूँ।
सन्-1947 का यह काला दिवस उस क्रूर घटना का स्मरण कराता है जब देश के नागरिकों ने पलायन का निर्दयी कष्ट उठाया और अमानवीय यातना सहते हुए अपना घर, संपत्ति व…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 14, 2025
पीयूष गोयल ने जताया दुख
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी इस अवसर पर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। पीयूष गोयल लिखा, “वर्ष 1947 में आज ही के दिन विभाजन के कारण लोगों को हिंसा, विस्थापन और अपनों को खोने का दर्द भी झेलना पड़ा था। उन सभी बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विस्थापितों को हुई असहनीय पीड़ा से आने वाली पीढ़ियों को अवगत कराता रहेगा।”
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से विभाजन के पीड़ितों को याद किया गया और उनके साहस व बलिदान को नमन किया गया। यह दिन इतिहास की उन पीड़ाओं को याद करने का अवसर है, जिन्होंने देश की सामाजिक और राजनीतिक चेतना को गहराई से प्रभावित किया।
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