जमशेदपुर: जमशेदपुर के आसपास आदिवासी बहुल क्षेत्रों को प्रस्तावित नगर निगम में शामिल किए जाने के फैसले के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है। बुधवार को परसुडीह ग्रामसभा के लोगों ने अपनी मांगों को लेकर DC कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामसभा का स्पष्ट कहना है कि जमशेदपुर शहर पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आता है और इसे नगर निगम बनाना आवश्यक नहीं है।
परसुडीह ग्रामसभा के प्रतिनिधियों ने बताया कि बागबेडा, परसुडीह और सुंदरनगर को नगर निगम क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है जिसका वे जोरदार विरोध करते हैं। उनका कहना है कि इन आदिवासी बहुल इलाकों को नगर निगम में जोड़ने से ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं होगा बल्कि इससे उनकी रूढ़िवादी परंपराओं पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
ग्रामसभा ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया और नगर निगम में शामिल करने का प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो वे और ख़तरनाक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों की यह आंदोलन की चेतावनी प्रशासन के लिए एक बड़ा संदेश है।
इस विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन की ओर से इस मामले में जल्द कोई निर्णय आने की संभावना है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनकी आवाज़ को ध्यान में रखते हुए इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया जाए।
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