संकल्प यात्रा के तीसरे दिन हेमंत सरकार पर खूब गरजे बाबूलाल मरांडी, कहा- आदिवासियों का मसीहा बताने वाले ने लूटी जमीन

गोड्डा : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी संकल्प यात्रा के तीसरे दिन शनिवार को पथरगामा पहुंचे। जहां उन्होंने एक बार फिर हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री को मोरहाबादी मैदान में सभा आयोजित कर बताना चाहिए कि जालसाजी करके, नाम बदलकर गरीब आदिवासी की जमीन हड़पने वाले ये शिव सोरेन, हेमंत कुमार सोरेन, बसंत कुमार सोरेन और दुर्गा प्रसाद सोरेन कौन हैं?

कैसे बचेगी आदिवासियों की जमीन

उन्होंने कहा अपने आप को आदिवासियों का मसीहा बताने वाले राज्य में सत्तासीन सोरेन परिवार ने राज्य में घूम-घूमकर आदिवासियों की जमीन लूटी है। ऐसे में गरीबों आदिवासियों की जमीन कैसे बचेगी जब रखवाला ही लूटने में जुटा है। मरांडी ने कहा कि अब इन्हें दंडित करने का समय आ चुका है। भ्रष्टाचार और परिवारवाद ने विकास को रोक रखा है। झामुमो, कांग्रेस और राजद तीनों परिवारवादी पार्टियां झारखंड को लूट रही हैं। ये जब तक सत्ता में रहेंगे तब तक राज्य का विकास नहीं होगा।

झारखंड से बिहार और अन्य प्रदेश भेजे जा रहे हैं बालू

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में बालू घाट आम जनता के लिए खोल दिए गए थे, लेकिन आज हेमंत सरकार अवैध तरीके से बड़े- बड़े ट्रक में भरकर बालू को बिहार और अन्य प्रदेशों में भेज रही है। जनता यदि खिलाफ में आवाज उठाती है तो उसे पकड़ कर जेल में डाल दिया जाता है। आज पुलिस जनता की सुरक्षा में नहीं, बल्कि उगाही में लगी है। पूछने पर पुलिस वाले बोलते हैं, ऊपर तक पहुंचाना पड़ता है।

हेमंत राज में अपराधी बेलगाम

मरांडी ने कहा कि आज राज्य में अपराधी बेलगाम है। रोज हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाएं हो रही। गैंगवार हो रहे लेकिन पुलिस अपराधियों को नहीं सरकार के खिलाफ बोलने वालों को पकड़ती है। सरकार के खिलाफ ट्वीट करने वालों को पकड़ती है।

केंद्र से मिले चावल को दलालों ने बेचा

उन्होंने कहा कि यह सरकार गरीबों का अनाज भी लुटावा दे रही। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में आदिम जनजाति परिवार के बीच बांटने के लिए केंद्र से मिले चावल को दलालों ने बेच दिया, लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की। जनसभा में सांसद निशिकांत दुबे, विधायक अनंत ओझा, अमित मंडल, प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय, जिलाध्यक्ष राजीव मेहता सहित हजारों की संख्या में जनता उपस्थित थी।