Johar Live Desk: CBSE ने कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों की डिटेल सुधारने को लेकर बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड ने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों को निर्देश दिया है कि छात्रों की सही जानकारी समय पर दर्ज की जाए, ताकि रिजल्ट आने के बाद सुधार की नौबत न आए।
बोर्ड ने कहा है कि कक्षा 9 से 12 तक छात्रों की जानकारी की जांच और पुष्टि के लिए कई अवसर दिए जाते हैं। इसके बावजूद हर साल बड़ी संख्या में करेक्शन के लिए आवेदन आते हैं, जिससे प्रक्रिया लंबी हो जाती है। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्र का नाम, जन्मतिथि और माता-पिता का नाम प्रवेश फॉर्म, छात्र पंजिका, ट्रांसफर सर्टिफिकेट और पंजीकरण दस्तावेजों में एक जैसा दर्ज हो। इसकी पुष्टि अभिभावकों से कराई जाएगी। अगर पंजीकरण के बाद गलती पाई जाती है, तो उसे करेक्शन विंडो में सुधारा जा सकता है।
CBSE ने जोर दिया है कि स्कूलों के रिकॉर्ड में छात्रों की जानकारी 100 प्रतिशत सही होनी चाहिए। करेक्शन के लिए आवेदन करते समय सभी आवश्यक प्रमाण-पत्र एक साथ और सही रूप में भेजे जाएं। यदि आवेदन अधूरा होगा या दस्तावेज अस्पष्ट होंगे तो उन्हें खारिज कर दिया जाएगा।
बोर्ड के अनुसार, गलत दस्तावेज, अधूरी जानकारी, पुराने स्कूलों के प्रमाणपत्र की कमी और धुंधली प्रतियां प्रक्रिया को प्रभावित करती हैं। कई छात्र सीधे बोर्ड को आवेदन या लीगल नोटिस भेजते हैं, जिससे मामला और जटिल हो जाता है।
इसके साथ ही CBSE ने 2026 की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए प्राइवेट उम्मीदवारों की आवेदन प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। आवेदन बोर्ड की वेबसाइट cbse.gov.in पर ऑनलाइन जमा किए जाएंगे। अंतिम तिथि 30 सितंबर है। देर से आवेदन करने वालों को 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक लेट फीस के साथ रजिस्ट्रेशन का मौका मिलेगा। सामान्य शुल्क 320 रुपये रखा गया है, जबकि लेट फीस के साथ कुल 2000 रुपये जमा करने होंगे।
वे छात्र जिनका 2025 की परीक्षा में “एसेंशियल रिपीट” आया हो, कंपार्टमेंट में हों या परफॉर्मेंस सुधारना चाहते हों, वे भी इस प्रक्रिया के तहत आवेदन कर सकते हैं।