Patna : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज मुजफ्फरपुर दौरे पर पहुंचे और एक जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने अपनी उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए राजद पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सुशासन और विकास को अपने चुनावी अभियान का मुख्य मुद्दा बताया और 2005 से पहले के शासनकाल पर निशाना साधा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के आने से पहले राज्य में भय, अपराध, सामाजिक टकराव और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी थी। उन्होंने जोर देकर कहा, “शाम होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। लेकिन पिछले 20 वर्षों में हमारी सरकार ने लगातार काम किया है, और अब राज्य में डर या धमकी का माहौल नहीं है। यहाँ प्रेम, भाईचारा और शांति का माहौल है।”
नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर में कानून व्यवस्था मजबूत करने और सभी विकास कार्यों को पूरा करने का दावा किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया और कहा कि पिछले सात वर्षों में महिलाओं के लिए किए गए उनके काम अन्य किसी सरकार ने नहीं किए। इसके तहत मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत की गई है, जिसमें अब तक 1.21 करोड़ महिलाओं को 10,000 रुपए दिए गए हैं और योजना सफल होने पर अतिरिक्त 2 लाख रुपए तक की सहायता भी मिल सकती है।

उन्होंने 2006 में पंचायती राज और 2007 में शहरी स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण देने का ऐतिहासिक कदम भी याद किया, जिससे बड़ी संख्या में महिलाओं को लाभ मिला। इसके अलावा उन्होंने घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
शिक्षा क्षेत्र में 5,20,000 सरकारी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और पुराने/अनुभवी शिक्षकों को सरल परीक्षा के माध्यम से सरकारी शिक्षक बनने का अवसर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि लगभग सभी घरेलू उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिलेगी और घरों में सोलर पैनल भी लगाए जाएंगे।
इसके अलावा, सरकार ने बुजुर्गों, दिव्यांगों और विधवाओं की पेंशन राशि 400 से बढ़ाकर 1,100 रुपए कर दी है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गई और शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के समान वेतन दिया गया।