दहशत फैलाने के लिए एमसीसी की तरह रख लिया नाम, आरसीसी का सरगना गिरफ्तार

Joharlive Team

पलामू- पुलिस ने आरसीसी के मुख्य सरगना अमरजीत
यादव उर्फ परमजीत को गिरफ्तार कर लिया है। आरसीसी के नाम पर अमरजीत बिहार से सटे पलामू के इलाके में अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। इलाके में इसका आतंक था। एसपी अजय लिंडा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अमरजीत बिहार गया के कोठी का रहनेवाला है। इसकी गिरफ्तारी नौडीहा थाना क्षेत्र से हुई। इसके पास से एक लोडेड देसी कट्टा मिला है। 28 वर्षीय अमरजीत  2012 से अपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहा है। माओवादी से संबंधित
एक मामले में चतरा पुलिस ने उसे जेल भेजा था। माओवादी के बाद यह टीपीसी से जुड़ा। वर्तमान में आरसीसी संगठन बनाकर लेवी व रंगदारी वसूलने का काम कर रहा है। इसके गिरोह में 10 से 12 सदस्य हैं। गिरोह के तीन अपराधियों
को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह संगठन बिहार के डोबी, डुमरिया, इमामगंज, कोठी, सलैया व पलामू के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय है। डीआइजी बिपुल शुक्ला व एसपी अजय लिंडा के सूचना पर अमरजीत की
गिरफ्तारी के लिए अभियान एसपी अरूण कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम गठित किया गया था। जिसमें छतरपुर एसडीपीओ शंभु कुमार सिंह, नौडीहा बाजार थाना
प्रभारी स्वप्न कुमार सहित पुलिस जवान शामिल थे।

आरसीसी ने की थी मननदोहर माइंस में आगजनी
अमरजीत के उपर नौ मामले दर्ज हैं। जिसमें पलामू के नौडीहा बाजार में तीन
व हरिहरगंज में एक मामला है। बाकी मामले बिहार के कोठी व प्रतापपुर में
दर्ज है। अमरजीत ने वर्ष 2018 में नौडीहा बाजार के कव्वल•ाीती हरवा में
सड़क निर्माण कार्य में लगे मशीन में आगजनी की थी एवं गोली चालन की घटना
को अंजाम दिया था। 04 फरवरी 2019 को नौडीहा बाजार के मननदोहर पत्थर माइंस
में पांच पोकलेन व दो डंफर में आगजनी कर पुलिस को चुनौती दी थी।