Muzaffarpur : छठ महापर्व की समाप्ति के बाद मुजफ्फरपुर शहर गंदगी से जूझ रहा है। शहर की सड़कों पर 100 टन से अधिक कचरा जमा हो गया है। मंगलवार सुबह से सफाई और कचरा उठाव का काम पूरी तरह बंद है। वजह यह है कि 700 से अधिक सफाईकर्मी, जिन्होंने त्योहार के दौरान विशेष ड्यूटी की थी, अब सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं।
सफाईकर्मियों की छुट्टी के कारण मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक कचरे के ढेर लग गए हैं। अखाड़ा घाट रोड, जवाहरलाल रोड, इमलीचट्टी चौराहा और ब्रह्मपुरा-जूरन छपरा रोड जैसे व्यस्त इलाकों में बदबू फैल गई है। इस कारण राहगीरों और स्थानीय लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। सफाई शाखा के एक अधिकारी के मुताबिक, “कर्मियों ने लगातार घाटों और कृत्रिम तालाबों की सफाई में काम किया, जिससे थकान के कारण उन्हें अवकाश लेना पड़ा।” वहीं नगर निगम ने दावा किया है कि रात से सफाई और कचरा उठाव का कार्य दोबारा शुरू किया जाएगा। हालांकि, निगम का कहना है कि स्थिति सामान्य होने में एक से दो दिन का समय लग सकता है, क्योंकि बुधवार को भी कई कर्मियों के अनुपस्थित रहने की संभावना है।
उधर, स्थानीय लोगों में गुस्सा है। इमलीचट्टी के एक व्यापारी ने कहा, “छठ की खुशियां तो खत्म हो गईं, अब चारों ओर गंदगी ही गंदगी है।” ब्रह्मपुरा की महिलाओं ने बताया कि कचरे के ढेरों से मच्छर और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। नगर निगम आयुक्त ने स्थिति को स्वीकार करते हुए बताया कि अतिरिक्त वाहनों और कर्मचारियों की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि घाटों से निकले कचरे को प्राथमिकता से हटाया जाएगा। हालांकि, पिछले अनुभवों को देखते हुए स्थानीय लोग निगम के आश्वासनों पर भरोसा करने से कतरा रहे हैं।

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