Deoghar : झारखंड में गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में जबरन प्रवेश करने और धक्का-मुक्की समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बाद शनिवार को अपनी गिरफ्तारी देने बाबा बैद्यनाथ मंदिर थाना पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस ने बताया कि बाबा मंदिर प्रकरण में सीधी गिरफ्तारी नहीं हो सकती है। इस मामले में तीन बार नोटिस दिये जाने के बाद ही किसी प्रकार की कार्रवाई का प्रावधान है। थानेदार ने सांसद को बताया कि शनिवार होने की वजह से अदालत बंद है। अदालत में अभी तक एफआईआर की कॉपी भी नहीं पहुंची है। करीब आधे घंटे तक थाने में रहने के बाद सांसद थाने से वापस चले गए।
सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि प्रशासन जब भी उन्हें बुलाएगा, वे प्रशासन के समक्ष उपस्थित रहेंगे। क्योंकि वे भगोड़ा नहीं हैं। वे कानून बनाते हैं और कानून का सम्मान करना उनका धर्म है। वे अपने धर्म का पालन करने से कभी पीछे नहीं हटेंगे। सांसद ने कहा कि जैसे ही उन्हें पता चला कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, वे सीधे मंदिर थाना पहुंचे, लेकिन यहां अभी तक कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। इसके कारण वे पुलिस से अनुमति लेकर वापस लौट रहे हैं। राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार व्यक्तिगत द्वेष के चलते उन्हें परेशान करने की कोशिश कर रही है। लेकिन बाबा बैद्यनाथ के आशीर्वाद से वे घोषणा करते हैं कि आने वाले समय में वे राज्य सरकार और जिला प्रशासन को उनकी गलती का एहसास कराएंगे।
उन्होंने कहा कि वे सांसद हैं और धारा 105 के तहत उन्होंने संसद में राज्य के डीजीपी, मुख्य सचिव, देवघर के डीसी और एसपी के खिलाफ सवाल उठाए हैं। इसकी सुनवाई सदन में सोमवार को कार्यवाही के दौरान होगी। अब इन सभी अधिकारियों से दिल्ली में ही सवाल पूछे जाएंगे।
#WATCH देवघर, झारखंड | भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “… मैं भगोड़ा नहीं हूं… मेरे और मेरी पत्नी के खिलाफ ये 51वां मामला है। इस मामले में मेरे बड़े बेटे, मेरे भाई, पिता और माँ के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है। मैं इस मामले से दुखी हूं। प्रशासन जितनी बार मेरे खिलाफ मुक़दमे… https://t.co/Ji7FHYR38E pic.twitter.com/UhWDqvhtHY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2025
यहां याद दिला दें कि गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे और उनके समर्थकों के खिलाफ देवघर के बाबा धाम थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर पंडा समाज के वरिष्ठ समाजसेवी कार्तिक ठाकुर ने 7 अगस्त को दर्ज करायी है। एफआईआर में सांसद और उनके समर्थकों पर मंदिर में जबरन घुसने और धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया गया है।
शिकायतकर्ता कार्तिक ठाकुर ने बताया कि दो अगस्त को जब सांसद मनोज तिवारी और निशिकांत दुबे शाम को मंदिर पहुंचे, तो निशिकांत दुबे और उनके समर्थक निकास द्वार से मंदिर के अंदर जबरन घुसने लगे। मंदिर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जब उन्हें रोका, तो सांसद और उनके समर्थक सुरक्षाकर्मियों से भी भिड़ गए और नियमों को तोड़ते हुए अंदर जाने लगे। सुरक्षाकर्मियों के रोकने की कोशिशों के बावजूद दोनों सांसद और उनके समर्थक गर्भगृह की ओर चले गए। इससे मंदिर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कुछ देर के लिए पूजा भी बाधित हुई। इसीलिए उन्होंने 7 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता से 5 दिन बाद शिकायत दर्ज कराने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि निजी काम के चलते वह 2 अगस्त को शिकायत दर्ज नहीं करा सके थे। लेकिन मौका मिलते ही उन्होंने पूरे मामले पर अपनी शिकायत और आपत्ति दर्ज कराई।
पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि जब किसी भी वीआईपी का प्रवेश निकास द्वार से बंद है, तो स्थानीय सांसद और उनके समर्थक बंद प्रवेश द्वार से कैसे अंदर घुसकर गर्भगृह तक पहुंच गए? जिला प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान क्यों नहीं लिया गया? उन्होंने कहा कि जब मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया, तो उन्होंने व्यक्तिगत रूप से शिकायत दर्ज कराकर पूरे मामले पर कार्रवाई की मांग की है।