Johar Live Desk : बारिश का मौसम गर्मी से राहत तो देता है, लेकिन यह बालों के लिए कई चुनौतियां भी लाता है। हवा में बढ़ी नमी स्कैल्प को कमजोर करती है, जिससे हेयरफॉल की समस्या बढ़ जाती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार रोजाना 50-100 बाल झड़ना सामान्य है, लेकिन मानसून में यह संख्या 250 तक पहुंच सकती है। वर्ल्ड ट्राइकोलॉजी सोसाइटी की स्टडी बताती है कि नमी भरे मौसम में हेयरफॉल के मामले 30% तक बढ़ जाते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि थोड़ी जागरूकता और सही हेयर केयर रूटीन से इस समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। जानें मानसून में हेयरफॉल क्यों बढ़ता है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
मानसून में हेयरफॉल क्यों बढ़ता है?
बारिश के मौसम में हवा की नमी बालों में समाकर उन्हें फुला देती है, जिससे वे टूटने और दोमुंहे होने लगते हैं। नमी स्कैल्प की जड़ों को कमजोर करती है, जिससे बाल झड़ने लगते हैं। बारिश का पानी, जो अक्सर प्रदूषित होता है, स्कैल्प पर गंदगी और इन्फेक्शन का कारण बनता है। इसके अलावा, उमस के कारण फंगल इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है, जो हेयरफॉल को और बढ़ाता है।
हेयरफॉल कम करने के लिए अपनाएं ये उपाय :
- स्कैल्प को साफ और सूखा रखें : हफ्ते में 2-3 बार सल्फेट-फ्री शैम्पू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें।
- गीले बालों में कंघी न करें : इससे बालों की जड़ों पर खिंचाव पड़ता है और वे टूट सकते हैं।
- टाइट हेयरस्टाइल से बचें : यह बालों की जड़ों को कमजोर करता है।
- हीट स्टाइलिंग टूल्स का कम इस्तेमाल करें : ये बालों को रूखा और कमजोर बनाते हैं।
- हफ्ते में एक बार ऑयल मसाज करें : नारियल, बादाम या ऑलिव ऑयल से मसाज करें, लेकिन ज्यादा देर तक तेल न छोड़ें।
- संतुलित डाइट लें : प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर आहार बालों को मजबूत करता है।
- तनाव कम करें : अच्छी नींद और तनावमुक्त जीवनशैली हेयरफॉल को कम करती है।
- बारिश में भीगने के बाद बाल धोएं : गुनगुने पानी और माइल्ड शैम्पू से बाल साफ करें।
डाइट का हेयरफॉल पर असर
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डाइट का बालों की सेहत पर सीधा असर पड़ता है। प्रोटीन, विटामिन्स (खासकर बायोटिन, विटामिन ई और डी), जिंक और आयरन की कमी से बाल पतले और कमजोर हो सकते हैं। मानसून में हेयरफॉल रोकने के लिए अपनी डाइट में ये चीजें शामिल करें :
- प्रोटीन : अंडे, दाल, पनीर, मछली और चिकन।
- विटामिन्स और मिनरल्स : पालक, गाजर, बादाम, अखरोट और फल।
- हेल्दी फैट्स : एवोकाडो, नारियल तेल और मछली का तेल।
इन गलतियों से बचें
- गीले बालों को तौलिये से रगड़ना : इससे बाल टूट सकते हैं।
- केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल : ये बालों को रूखा और फ्रिजी बनाते हैं।
- तेल को लंबे समय तक लगाए रखना : इससे स्कैल्प ब्लॉक हो सकता है।
- रोजाना शैम्पू करना : यह स्कैल्प को रूखा बनाता है।
- बार-बार बालों में हाथ फेरना : इससे गंदगी और ऑयल बढ़ता है।
बारिश में भीगने के बाद क्या करें?
बारिश का पानी अक्सर प्रदूषित और एसिडिक होता है, जो स्कैल्प में इन्फेक्शन और हेयरफॉल का कारण बन सकता है। भीगने के बाद तुरंत गुनगुने पानी और माइल्ड शैम्पू से बाल धोएं। हल्का कंडीशनर लगाएं और तेल का इस्तेमाल तुरंत न करें।
ऑयल मसाज का महत्व
हल्के तेलों (नारियल, बादाम, ऑलिव) से स्कैल्प की मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और जड़ें मजबूत होती हैं। यह फंगल इन्फेक्शन और स्कैल्प की रूखेपन को भी कम करता है। लेकिन तेल को ज्यादा देर तक न छोड़ें, वरना स्कैल्प ब्लॉक हो सकता है।
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