रांची: झारखंड की राजधानी रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी की गई। यह घटना अस्पताल की तीसरी मंजिल से छात्रावास की ओर जाने वाले मार्ग पर हुई, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने डॉक्टर के साथ अनुचित व्यवहार किया। इस घटना के बाद रिम्स प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पीड़िता के अनुसार, जिस समय घटना हुई, उस कॉरिडोर में कोई भी सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था। इस लापरवाही का फायदा उठाकर आरोपी वहां तक पहुंच सका। घटना की जानकारी मिलते ही रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार ने तत्काल एक्शन लेते हुए अपर चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया कि वे पूरी घटना की सूचना बरियातू थाना पुलिस को दें। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
रिम्स प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। साथ ही, पुलिस भी इस मामले की समानांतर जांच करेगी। लेकिन, रिम्स जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इस कार्रवाई को अपर्याप्त बताते हुए सुरक्षा व्यवस्था पर कड़ा ऐतराज जताया है। एसोसिएशन का कहना है कि रिम्स में होमगार्ड्स सुरक्षा के लिए पूरी तरह नाकाफी हैं — वे न तो समय पर ड्यूटी पर होते हैं और अगर होते भी हैं, तो मोबाइल फोन में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में अस्पताल परिसर की सुरक्षा भगवान भरोसे है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी को हटाकर रिम्स की सुरक्षा में 450 से अधिक होमगार्ड्स को तैनात किया गया था। इसके अलावा झारखंड सशस्त्र पुलिस (सैप) के भी सैकड़ों जवान अस्पताल परिसर में तैनात हैं, फिर भी इस तरह की घटना होना व्यवस्थागत विफलता को दर्शाता है।
प्रबंधन की ओर से यह घोषणा की गई है कि अस्पताल परिसर में उन संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की जाएगी जहां सुरक्षा की अधिक जरूरत है। वहां जल्द से जल्द सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।