Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    17 Jun, 2025 ♦ 2:55 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»झारखंड में बीजेपी के सामने कई चुनौतियां, क्या नए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी लगा पाएंगे बेड़ा पार ?
    झारखंड

    झारखंड में बीजेपी के सामने कई चुनौतियां, क्या नए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी लगा पाएंगे बेड़ा पार ?

    Team JoharBy Team JoharJuly 5, 2023No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांची : लोकसभा चुनाव में लगभग आठ महीना ही बचा है ऐसे में देश की सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से जुट गई है। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है, जिसे सेमीफाइनल के तौर पर सभी पार्टियां देख रही है। इस बीच बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले चार राज्यों मेें अपना नया कप्तान बनाया है।

    इस वजह से 2019 में बीजेपी के हाथ से फिसल गई थी सत्ता

    अगर हम झारखंड की बात करें तो यहां बीजेपी ने राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को नियुक्त किया है। बाबूलाल मरांडी को नए प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने एक तीर से कई पर निशाना साधा है। बाबूलाल मरांडी झारखंड के राज्य के पहले मुख्यमंत्री थे और वे सबसे वरिष्ठ व आदिवासी नेता भी हैं। इन्हें हर कोई चाहता भी है, लेकिन इनके पास कई चुनौतियां भी है। क्योंकि 2019 में दीपक प्रकाश के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव बीजेपी हार गई थी और सत्ता से बाहर हो गई थी। बताया जाता है कि हार की वजह मुख्य रूप से आदिवासी नेता को सामने नहीं लाना, जिसके कारण मतदाता बीजेपी से खासे नाराज थे।

    बाबूलाल को मिली है बड़ी जिम्मेदारी

    अब देखने वाली बात यह होगी कि बाबूलाल मरांडी इस चुनौती पर कितना खरा उतर पाते हैं। क्योंकि इस बार उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 2024 में दो चुनाव हैं एक लोकसभा और दूसरा राज्य में विधानसभा चुनाव। अगर ये चुनाव बाबूलाल के नेतृत्व में बीजेपी जीत जाती है तो उनका कद और बड़ा हो जाएगा और बीजेपी को खोई हुई जमीन वापस मिल जाएगी।

    बीजेपी ने अपनी गलती को सुधारा!

    राजनीतिक जानकारों की माने तो बाबूलाल मरांडी आदिवासी के बड़े नेता हैं। और संताल परगना से ताल्लुक रखते हैं। आदिवासी भी उनको अपना नेता भी मानते हैं। पिछले चुनाव की बात करें तो संताल परगना में बीजेपी ने दीपक प्रकाश के नेतृत्व में कोई कमाल नहीं दिखाई पायी थी। यही वजह है कि बीजेपी इस बार कोई गलती नहीं फिर से दोहराना नहीं चाहती है। राजनीति जानकारों के अनुसार 2014 में राज्य में जब बीजेपी सत्ता में आई तो गैर आदिवासी रघुवर दास को मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं बाद में दीपक प्रकाश को प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी ने बना दिया। जिससे आदिवासी सामाज में बीजेपी के प्रति काफी नाराजगी देखी गई। इसलिए पार्टी बाबूलाल मरांडी को आदिवासियों और भाजपा को जोड़ने की कड़ी मान रही है।

    बाबूलाल ने 2020 में अपनी पार्टी जेवीएम को बीजेपी में कराया था विलय

    बवर्ष 2019 में झारखंड विकास मोर्चा के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले बाबूलाल मरांडी ने वर्ष 2020 में वापस बीजेपी में शामिल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें पार्टी विधायक दल का नेता चुना गया था। बीजेपी की ओर से बाबूलाल मरांडी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की मांग को लेकर स्पीकर से लेकर राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा गया। लेकिन झारखंड विकास मोर्चा से बीजेपी में शामिल होने को लेकर चल रहे दलबदल के मामले के कारण अब तक उन्हें नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं मिल पाया है।

    Babulal marandi Bjp BJP in Jharkhand jharkhand Lok Sabha elections Loksabha Elections 2023 Many challenges new state president Babulal Marandi ranchi लोकसभा चुनाव
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleसंविदा के आधार पर नियुक्त महिला कर्मियों को मिलेगा मातृत्व अवकाश, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दी स्वीकृति
    Next Article गिरिडीह : जर्जर सड़क की सुध नहीं ले रहे जिम्मेदार, बरसात में वाहन तो दूर पैदल चलना भी हुआ मुश्किल, लोगों में आक्रोश

    Related Posts

    जमशेदपुर

    पति का फर्जी दोस्त बनकर महिला से उड़ाए लाखों रुपए, गिरिडीह से हुआ गिरफ्तार

    June 17, 2025
    जमशेदपुर

    जल संकट को लेकर बागबेड़ा विकास समिति ने DC को सौंपा ज्ञापन, कहा – तत्काल हो समाधान

    June 17, 2025
    झारखंड

    रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन 19 जून को नहीं, अब इस दिन होगा

    June 17, 2025
    Latest Posts

    पति का फर्जी दोस्त बनकर महिला से उड़ाए लाखों रुपए, गिरिडीह से हुआ गिरफ्तार

    June 17, 2025

    बिहार के इन एयरपोर्ट्स का होगा पुनर्विकास

    June 17, 2025

    जल संकट को लेकर बागबेड़ा विकास समिति ने DC को सौंपा ज्ञापन, कहा – तत्काल हो समाधान

    June 17, 2025

    रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन 19 जून को नहीं, अब इस दिन होगा

    June 17, 2025

    भाजपा नेता बड़कुंवर गागराई ने ग्रामीण कार्य विभाग पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कहा- हो निष्पक्ष जांच

    June 17, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.