Chaibasa : चाईबासा पुलिस ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रिकवरी एजेंट सुमित सिंह यादव हत्याकांड के वांटेड मुख्य आरोपी मदन शर्मा को हथियार सप्लायर मारकंडेय सिंह के साथ गिरफ्तार कर लिया। मदन शर्मा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुलसाई का रहने वाला है। वहीं, मारकंडेय सिंह का घर परमपंचो टोला सालीगुटू में है। दोनों के पास से भारी मात्रा में हथियार और एक चोरी की बाइक मिली है। पुलिस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। मदन शर्मा जुलाई 2025 में हुए सुमित सिंह यादव हत्याकांड के बाद से फरार था। इस बात का खुलासा सदर एसडीपीओ बहामन टुटी ने किया है।
एसडीपीओ बहामन टुटी ने मीडिया को बताया कि चाईबासा एसपी अमित रेणु को सूचना मिली थी कि रिकवरी एजेंट हत्याकांड का मोस्ट वांटेड मदन शर्मा हथियार के साथ बाइक पर घूम रहा है। किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। सूचना मिलते ही एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने टेकराहातु खदान के पास पहुंची और उसे धर दबोचा। तलाशी में उसके पास से दो देशी कट्टा, एक सिक्सर और 13 गोली मिलीं। पूछताछ में उसने अपने हथियार सप्लायर मारकंडेय सिंह का नाम बताया। इसके बाद पुलिस ने मारकंडेय को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार मारकंडेय सिंह ने पुलिस को बताया कि वही मदन शर्मा को हथियार सप्लाई करता था। पुलिस ने दोनों से पास से एक देशी सिक्सर, दो देशी कट्टा, 8 एमएम के 9 जिंदा कारतूस, .380 एमएम के 4 कारतूस, चार मोबाइल और एक चोरी की बाइक बरामद की। बाइक का नंबर JH06F-3642 है।
हत्या की वजह खुद बताई
पुलिस को दिये अपने बयान में मदन शर्मा ने स्वीकार किया कि उसने 13 जुलाई 2025 को सदर थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी नीमडीह में सुमित सिंह यादव की हत्या की थी। उसने बताया कि वर्ष 2022 में सुमित ने पुलिस की मदद कर उसे जय किशन पिंगुवा हत्याकांड में गिरफ्तार करवा कर जेल भिजवाया था। इसी बात की दुश्मनी में जेल से निकलने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सुमित की हत्या कर दी। गिरफ्तार मदन शर्मा पर मुफस्सिल और सदर थाना में कुल 9 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, मारकंडेय सिंह पर झींकपानी, टोंटो और मुफस्सिल थाना में 10 मामले दर्ज हैं।


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