Johar Live Desk : दिवाली रोशनी, रंगोली और मिठाइयों का त्योहार है, लेकिन लाइट्स की वजह से बिजली बिल 3-4 गुना बढ़ जाता है और बजट बिगड़ जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ समझदारी भरे उपायों से घर को सुंदर सजाया जा सकता है और बिजली की बचत भी की जा सकती है। पूरे देश में दिवाली पर बिजली मांग बढ़ने से पावर प्लांट्स पर दबाव पड़ता है, इसलिए बचत जरूरी है। आइए जानते हैं कैसे कम खर्च में ज्यादा रोशनी पाएं।
दिवाली में बिजली बिल क्यों बढ़ता है?
लोग रंग-बिरंगे बल्ब, फेयरी लाइट्स और तेज रोशनी वाली लाइट्स लगाते हैं, जो पूरी रात जलती रहती हैं। इससे बिजली खपत ज्यादा होती है। पुराने बल्ब 100 वॉट तक बिजली लेते हैं, जबकि दिवाली की भीड़भाड़ में राष्ट्रीय स्तर पर बिजली की डिमांड चरम पर पहुंच जाती है।
LED लाइट्स से 80-90% बचत
पुराने बल्बों की जगह LED लाइट्स लगाएं। LED सिर्फ 5-7 वॉट में उतनी ही रोशनी देते हैं, गर्म नहीं होते और कई साल चलते हैं। फ्लडलाइट्स की बजाय फेस्टून LED लाइट्स इस्तेमाल करें, जो कम बिजली में अच्छी रोशनी देती हैं।

सोलर लाइट्स का इस्तेमाल
सोलर लाइट्स दिन में सूरज से चार्ज होकर रात में बिना बिजली जलती हैं। इन्हें बालकनी, बगीचे या सीढ़ियों पर लगाएं। बच्चों को सजाने में मजा आएगा और बिजली जीरो खर्च होगी।
दीयों और मिरर से प्राकृतिक सजावट
मिट्टी के दीये घर को गर्माहट देते हैं। इन्हें रंगोली, दरवाजे या फूलों के पास सजाएं। आईने के पास दीया या लाइट लगाने से रोशनी दोगुनी हो जाती है, कम लाइट में घर ज्यादा चमकेगा। ध्यान रखें, दीये सुरक्षित जगह पर रखें।
लाइट्स को रातभर न जलाएं, सोसाइटी में मिलकर सजाएं
स्मार्ट प्लग या टाइमर से लाइट्स को कुछ घंटों के लिए सेट करें। सोने से पहले बंद कर दें। अपार्टमेंट में हर घर अलग सजाने की बजाय लॉबी, गार्डन या गेट मिलकर सजाएं। पटाखे जलाते समय या बाहर पार्टी में जाते वक्त लाइट्स ऑफ करें, पटाखों की रोशनी खुद खूबसूरत लगेगी।
बिजली बचत के फायदे
- बिल कम आएगा और बजट बचेगा।
- पर्यावरण को नुकसान नहीं होगा।
- पावर प्लांट्स पर लोड कम पड़ेगा।
- दीये, LED और सोलर से सजावट सस्ती, सुंदर और सुरक्षित बनेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि थोड़े बदलाव से दिवाली को इको-फ्रेंडली बनाएं। बिजली बचाना पैसे की बचत के साथ जिम्मेदारी भी है। इस दिवाली स्मार्ट तरीके अपनाकर त्योहार मनाएं।