Godda : गोड्डा जिला के ललमटिया इलाके का टेरर सूर्या हांसदा पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। सोमवार की सुबह पुलिस की गोली से मारा गया है। एनकाउंटर से पूर्व पुलिस घटना में इस्तेमाल हथियार बरामद करने के लिए उसके बताएं जगह पर पुलिस फोर्स के साथ ले जा रही थी। लेकिन, जंगली इलाके में सूर्या हांसदा के गुर्गों ने पुलिस को टारगेट कर गोली चलानी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस के चंगुल से सूर्या भागने लगा और पुलिस की गोली से मारा गया है।
गिरफ्तारी के बाद हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, सूर्या हांसदा को रविवार को गोड्डा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें हथियार की बरामदगी के लिए ललमटिया इलाके में ले गई थी। इसी दौरान कथित रूप से उनके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इसी अफरातफरी में सूर्या भागने लगे और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उनकी मौत हो गई।
हालांकि पुलिस की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान अब तक जारी नहीं किया गया है। मामले की जांच जारी है और सूर्या के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
ग्रामीणों में आक्रोश, मौके पर भारी भीड़
जैसे ही सूर्या हांसदा की मौत की खबर फैली, इलाके में हड़कंप मच गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जमा हो गए। पुलिस फिलहाल मौके पर कैंप कर रही है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
कौन थे सूर्या हांसदा?
सूर्या हांसदा की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी इस घटना को खास बनाती है। वे 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में बोरियो सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे। उस चुनाव में वे दूसरे स्थान पर रहे थे। भाजपा ने उस समय अपने वरिष्ठ नेता ताला मरांडी का टिकट काट कर सूर्या हांसदा को उम्मीदवार बनाया था।
सूर्या ने तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ा था, दो बार झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) से और एक बार भाजपा से। वे एक युवा और सक्रिय नेता के रूप में जाने जाते थे। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।