Jharkhand: झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा परीक्षा (JPSC)-2023 का परिणाम एक बार फिर टल गया है। राज्य सरकार ने आयोग को पत्र भेजकर कथित अनियमितताओं पर विस्तृत और बिंदुवार जवाब मांगा है। इससे हजारों अभ्यर्थियों की उम्मीदों को झटका लगा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की शिकायत के बाद राज्यपाल ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए जेपीएससी को नियम के तहत कार्रवाई का निर्देश दिया था। राजभवन ने राज्य सरकार को भी पत्र लिखकर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी की शिकायतों की गहन जांच कराने की सिफारिश की थी।
इसके बाद राज्य के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग ने भी आयोग से औपचारिक रूप से पूरी जांच रिपोर्ट तलब कर ली है।
गौरतलब है कि मुख्य परीक्षा में सफल 864 अभ्यर्थियों के इंटरव्यू और मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। दस्तावेज सत्यापन भी हो चुका है। बावजूद इसके, विभिन्न स्तरों पर जांच की मांग और अनियमितता के आरोपों के चलते आयोग ने परिणाम जारी करने से रोक रखा है। सूत्रों के मुताबिक आयोग को डर है कि यदि परिणाम जारी होने के बाद जांच में गड़बड़ी साबित हुई तो पूरी प्रक्रिया रद्द करनी पड़ सकती है।
इस बीच, उत्तर पुस्तिकाओं की जांच को लेकर अभ्यर्थियों द्वारा दायर याचिका हाईकोर्ट ने पहले ही खारिज कर दी थी। अब खबर है कि अभ्यर्थी हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ डबल बेंच में अपील करने की तैयारी में हैं।
इन तमाम विवादों और जांच आदेशों के कारण JPSC-2023 का रिजल्ट फिलहाल अटका हुआ है और अभ्यर्थियों का इंतजार और लंबा होता जा रहा है।