Jamtara : झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमेटी के द्वारा समाहरणालय के समक्ष सरना धर्म कोड को लागू करने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में दुमका सांसद नलिन सोरेन उपस्थित हुए। धरना प्रदर्शन में सैकड़ो की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। पार्टी के नेताओं ने जमकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। दुमका सांसद नलिन सोरेन ने कहा कि सरना धर्मकोट को लेकर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन अब तक सरना धर्म कोड को लागू नहीं किया गया है जिसके विरोध में आज पूरे प्रदेश में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है ।
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना होना जरूरी है, लेकिन इसके पूर्व में सरना धर्म कोड को लागू करें। उसके बाद जातीय जनगणना करें। उन्होंने कहा कि जब तक सरना धर्म कोड लागू नहीं होता है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। पार्टी के प्रवक्ता आनंद लाल मरांडी ने कहा कि देश में जाति जनगणना होना है जिसका प्रस्ताव पारित हो गया है। पपत्र में आदिवासियों का जिक्र नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि 2011 की जनगणना में 6 कलम कोड के अलावे अन्य कलम कोड भी था। कहा कि 2011 की जनगणना में सरना धर्मावालियों ने भारतवर्ष में 50 लाख से भी अधिक की संख्या दर्ज करवाई है। कहा कि भारत सरकार सुनियोजित तरीके से आदिवासी को भारत देश से मिटाने के लिए जनगणना करा रही है। जो प्राकृतिक वादी आदिवासी है उसका कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है लेकिन पपत्र में 6 ही कलम कोड को रखा गया है, जिसमें हिंदू, मुस्लिम ,सिख ,इसाई ,बौद्ध और जैन शामिल है। उन्होंने कहा कि जो प्राकृतिक वादी आदिवासी है वह किस कलम में अपना धर्म अंकित करेंगे इसी के विरोध में पूरे प्रदेश में आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। आगे जुलूस निकालकर और विभिन्न कार्यक्रमों के तहत विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इस मौके पर झामुमो जिला कमेटी के रविंद्र नाथ दुबे, अशोक मंडल, प्रोफेसर कैलाश प्रसाद साव, चंचल राय, साकेश सिंह, डॉक्टर अब्दुल मन्नान अंसारी, इम्तियाज अंसारी, लालू अंसारी, मुखिया संघ के अध्यक्ष देवीसन हांसदा सहित सैकड़ो की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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