Ranchi : झारखंड पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी की खबर सामने आई है। लंबे समय से फरार और मोस्ट वांटेड अपराधी मयंक सिंह को झारखंड ATS की टीम 23 अगस्त को अजरबैजान से झारखंड ला रही है। ATS एसपी ऋषव झा के नेतृत्व में टीम रवाना।
रेड कॉर्नर नोटिस के बाद अजरबैजान में गिरफ्तारी
मयंक सिंह उर्फ सुनील कुमार मीणा के खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं। रामगढ़ जिले के पतरातू थाना में दर्ज कांड संख्या 175/22 के आधार पर झारखंड ATS ने कार्रवाई शुरू की थी। साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई और इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ। इसी के आधार पर 29 अक्टूबर 2024 को मयंक सिंह को अजरबैजान में गिरफ्तार किया गया।
अंतरराष्ट्रीय अदालत से मिली भारत को अनुमति
अजरबैजान की बाकू अपराध न्यायालय में मयंक सिंह के प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई हुई। आखिरकार 27 जनवरी 2025 को अदालत ने भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी। इसके बाद झारखंड ATS ने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय के सहयोग से सारी औपचारिकताएं पूरी कीं। भारत सरकार ने इस मिशन के लिए अधिकारियों को राजनीतिक मंजूरी और ऑफिशियल पासपोर्ट भी जारी किया।
झारखंड में 48 केस, कई जिलों में दर्ज हैं अपराध
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, मयंक सिंह पर झारखंड के अलग-अलग जिलों में कुल 48 केस दर्ज हैं। सबसे ज्यादा मामले हजारीबाग में हैं, जहां बड़कागांव, केरेडारी, कोर्रा और सदर थाना क्षेत्र में उसके खिलाफ दर्जनभर केस दर्ज हैं। इसके अलावा रांची, रामगढ़, गिरिडीह और पलामू जिलों में भी उसके खिलाफ गंभीर मामले हैं।
यही नहीं, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी उस पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। भारत लाने के बाद इन राज्यों की पुलिस भी उससे पूछताछ करेगी।
पुलिस कर रही है केसों की दोबारा समीक्षा
मयंक सिंह को सजा दिलाने के लिए झारखंड पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिन थानों में उसके खिलाफ केस दर्ज हैं, वहां केस फाइलों की समीक्षा और साक्ष्यों को दोबारा मजबूत करने का काम शुरू हो गया है। पुलिस गवाहों की सूची तैयार कर रही है ताकि अदालत में केस को मजबूती से पेश किया जा सके।
22 अगस्त को भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा
अजरबैजान सरकार की ओर से सूचना दी गई है कि मयंक सिंह को 22 अगस्त को भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा। इसके अगले दिन यानी 23 अगस्त को उसे रांची लाया जाएगा।