Garhwa : गढ़वा के एसडीएम संजय कुमार ने गुरुवार को मझिआंव, कांडी और बरडीहा प्रखंडों का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की और कई अनियमितताएं पाईं। खासकर कांडी में कई आवास योजनाओं की जांच की गई और एक अवैध रूप से चल रहे क्लिनिक को बंद कराया गया। निरीक्षण के दौरान तीनों प्रखंडों में संचालित दाल-भात केंद्रों की हालत बेहद खराब मिली। इन केंद्रों पर न तो भोजन की उचित व्यवस्था थी, न ही ग्राहक मौजूद थे। इस पर एसडीएम ने नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
मझिआंव में संदिग्ध संचालन
मझिआंव प्रखंड के आपूर्ति गोदाम के पास स्थित दाल-भात केंद्र का निरीक्षण बीडीओ कनक और गोदाम एजीएम की मौजूदगी में किया गया। केंद्र संचालिका गीता देवी ने बताया कि उन्हें हर महीने 9 क्विंटल राशन मिलता है, जबकि मौके पर मात्र 4 किलो चावल और आधा किलो बेसन की कढ़ी बनती हुई मिली। केंद्र पर कोई ग्राहक नहीं था। इस पर एसडीएम ने सवाल उठाए और जवाब मांगा।
बरडीहा में बंद मिला केंद्र
बरडीहा प्रखंड कार्यालय के द्वार पर स्थित दाल-भात केंद्र निरीक्षण के समय बंद मिला। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह केंद्र अक्सर बंद रहता है। प्रखंड मुख्यालय के सामने ही ऐसी स्थिति अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाती है।

कांडी केंद्र पर भी सवाल
कांडी प्रखंड कार्यालय के सामने स्थित दाल-भात केंद्र में चूल्हे की जगह छोटा इलेक्ट्रिक हीटर पाया गया। न बड़े बर्तन थे और न ही राशन का भंडार। मौके पर मौजूद बीडीओ राकेश सहाय भी इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। एसडीएम ने केंद्र के संचालन पर संदेह जताते हुए जांच का आदेश दिया।
गरीबों के हक से खिलवाड़
एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि दाल-भात केंद्र गरीब मजदूरों और राहगीरों के लिए सस्ती भोजन योजना है, लेकिन कई केंद्र संचालक और आपूर्तिकर्ता इसमें मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने लापरवाह कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही और बीडीओ को नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए।
कांडी में अवैध क्लिनिक पर कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान कांडी स्वास्थ्य केंद्र के सामने एक बिना नाम के क्लिनिक को चलते पाया गया। जांच में पता चला कि यह क्लिनिक एक इंटरमीडिएट पास युवक चला रहा था। एसडीएम ने मौके पर ही क्लिनिक को बंद करा दिया और आगे की कार्रवाई का निर्देश दिया।
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