Ranchi : केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने कहा है कि अगर राज्य के ब्यूरोक्रेट्स उनके साथ सक्रिय रूप से काम करें तो झारखंड की राजधानी रांची को एक साल में देश का नंबर एक शहर बनाया जा सकता है, भले ही वर्तमान में इसकी स्थिति इंदौर से भी बेहतर हो सकती है। उन्होंने शुक्रवार को अरगोड़ा स्थित सांसद कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों, नौकरशाहों और शहरवासियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने स्वीकार किया कि भारी बारिश और नगर निगम की लापरवाही के कारण रांची शहर जलमग्न हो रहा है, घरों और दुकानों में पानी भर गया है, जिससे लोगों की जिंदगी नरकीय बन चुकी है।
संजय सेठ ने आरोप लगाया कि नगर निगम चुनाव न होने के कारण पार्षद वार्डों की सफाई-दोहन व्यवस्था का ध्यान नहीं रख पा रहे। उन्होंने कहा, “यह सोचने लायक है कि पहाड़ी इलाके का रांची जलमग्न कैसे हो रहा है? दो दिन की बारिश में लोकल लोगों की करोड़ों रुपये की संपत्ति बर्बाद हुई। इसका दोषी कौन है?”
उन्होंने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की चेतावनी को याद रखते हुए कहा कि नगर निगम की अकर्मण्यता के कारण बड़े नालों पर अतिक्रमण हो गया है, जिससे बारिश के समय जल जमाव हुआ।
संजय सेठ ने राज्य में 21 जून को मनाए जाने वाले 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से पूरे विश्व में योग को अपनाया जा रहा है, जिसने कोविड-19 के समय लोगों की जान बचाई। शुक्रवार को उन्होंने अरगोड़ा, कुम्हारिया गांव और सांसद कार्यालय सहित कई स्थानों पर योग किट वितरण भी किया। वे शनिवार को कुम्हारिया गांव में ग्रामीणों और 20 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ योग सत्र में भी शामिल होंगे।
उनका मानना है कि स्वास्थ्य जीवन के लिए योग को जीवन में अपनाना चाहिए ताकि हम निरोगी बन सकें। संजय सेठ ने अंत में शासन-प्रशासन से रांची और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर सुधार कार्य करने की मांग की।
इस प्रेस वार्ता में विशेष रूप से रांची महानगर अध्यक्ष वरुण साहू और महासचिव बलराम सिंह उपस्थित रहे।
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