Patna : बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात मशहूर उद्योगपति और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। गांधी मैदान थाना क्षेत्र में उनके अपार्टमेंट के पास बाइक सवार बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। इस हत्याकांड के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है और विपक्ष ने CM नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार पर तीखा हमला बोला है।
तेजस्वी का तंज : इसे जंगलराज क्यों नहीं कह सकते?
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या! हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है, लेकिन जंगलराज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया प्रबंधन, परसेप्शन मैनेजमेंट और छवि प्रबंधन कहते हैं।”
थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या!
हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है लेकिन जंगलराज नहीं कह सकते? क्योंकि इसे ही शास्त्रों में मीडिया प्रबंधन, परसेप्शन मैनेजमेंट और छवि प्रबंधन कहते है। #Crime #corruption #Bihar
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 5, 2025
तेजस्वी ने सीवान में हाल ही में हुई तीन लोगों की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, “बिहार में नरसंहार हो रहा है। सीवान में छह लोगों को गोली मारी गई, जिसमें तीन की मौके पर ही मौत हो गई। अचेत मुख्यमंत्री की अगुवाई में विधि-व्यवस्था की अंत्येष्टि हो चुकी है।”
मुकेश सहनी का आरोप : बिहार में अब राक्षसराज
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने भी नीतीश सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, “पटना में नामी बिजनेसमैन गोपाल खेमका की सरेआम हत्या ने बिहार को दहला दिया है। राज्य में हत्या, लूट, अपहरण आम हो गया है, लेकिन सुशासन सरकार गहरी नींद में है। अब तो बड़े कारोबारी भी सुरक्षित नहीं हैं। बिहार में अब सुशासन नहीं, खुला राक्षसराज चल रहा है।”
पप्पू यादव का दर्द : इस बच्चे को क्या दिलासा दूं?
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने गोपाल खेमका के बेटे के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए भावुक पोस्ट लिखा। उन्होंने कहा, “सात साल पहले गोपाल खेमका के पुत्र गुंजन खेमका की हत्या हुई थी। अगर उस वक्त सरकार ने अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की होती, तो आज यह नौबत न आती। इस क्रूर एनडीए राज में कोई सुरक्षित नहीं है। बिहार अपराधियों का अभ्यारण्य बन गया है। नीतीश जी, बिहार को बख्श दीजिए।”
पुलिस की नाकामी पर सवाल
गोपाल खेमका की हत्या गांधी मैदान थाने से महज 300-500 मीटर की दूरी पर हुई, फिर भी पुलिस को मौके पर पहुंचने में देरी हुई। स्थानीय लोगों और खेमका परिवार ने पुलिस की इस लापरवाही पर गहरी नाराजगी जताई। बताया जा रहा है कि हत्यारों ने गोपाल खेमका के आने-जाने के पैटर्न की रेकी की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है, और बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने इस मामले में कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
नीतीश कुमार ने की उच्चस्तरीय बैठक
हत्याकांड के बाद बढ़ते विवाद को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने डीजीपी को निर्देश दिया कि अपराध नियंत्रण में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
बीजेपी का जवाब : दोषियों को सजा मिलेगी
बिहार बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, “गोपाल खेमका की हत्या में शामिल आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। यह नीतीश कुमार और एनडीए की सरकार है, जो अपराधियों को बख्शती नहीं।”
क्या है मामला
गोपाल खेमका, जो मगध अस्पताल के मालिक और बीजेपी से भी जुड़े थे, शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे बांकीपुर क्लब से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वे अपने अपार्टमेंट के गेट पर गाड़ी से उतरे, बाइक सवार बदमाशों ने उनके सिर में गोली मार दी और फरार हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। यह दूसरी बार है जब खेमका परिवार को निशाना बनाया गया। 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
Also Read : अब डेंगू के तीन मुख्य मार्करों का हो सकेगा रैपिड टेस्ट, स्वास्थ्य विभाग ने लॉन्च की नई कॉम्बो किट