Ranchi : झारखंड के वरिष्ठ और दिग्गज नेता शिबू सोरेन पंचतत्व में विलीन हो गये। उनकी चिता को उनके बेटे हेमंत सोरेन ने मुखाग्नि दी। मुखाग्नि देने से पहले और चिता पर लिटाने के बाद ही वहां मूसलाधार बारिश होने लगी। मानों कि दिशोम गुरु की विदायी पर आसमान भी खूब रोया हो। इस मूसलाधार बारिश के बावजूद उनके चाहने वाले वहीं डटे रहे अपने मसीहा को अंतिम विदायी देने के लिये। पूरा का पूरा नेमरा गांव घाट पर पहुंच चुका था। क्या छोटा, क्या बड़ा, हर किसी आंखें नम थी। सबकी जुबां पर सिर्फ एक ही नारा था… दिशोम गुरु अमर रहें… शिबू सोरेन अमर रहे। इधर, जैसे ही शिबू सोरेन की चिता को मुखाग्नि दी गयी, उनके मुख्यमंत्री बेटे हेमंत सोरेन और बसंत सोरेन फूट-फूट कर रोने लगे। वहां, मौजूद हर किसी की आखों से आंसू बह रहे थे।
इससे पहले आज यानी मंगलवार को भोर में शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को उनके आवास से विधानसभा ले जाया गया था। वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और फिर तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दिवंगत दिशोम गुरु का काफिला उनके पैतृक गांव नेमरा (रामगढ़) के लिए निकल पड़ा। रांची से नेमरा तक रास्ते भर उनके चाहने वालों ने उनपर फूल बरसाये। साथ ही दिशोम गुरु अमर रहें… शिबू सोरेन अमर रहे के नारे लगाते रहे।
बता दें कि बीते सोमवार को दिल्ली के सर गंगाराम में शिबू सोरेन का निधन हो गया था। वो गुजरे कुछ समय से काफी बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद देर शाम उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली से रांची लाया गया। मोरहाबादी स्थित उनके आवास पर देर रात तक लोग श्रद्धांजलि देने आते रहे।
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