Ranchi : खड़िया यूथ महासम्मेलन के तीसरे दिन का माहौल उत्साह और जोश से भरा रहा। मुख्य अतिथि के रूप में कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगारी, सिमडेगा विधायक भूषण बड़ा और सिसई विधायक जीग्गा सुसरण होरो ने शिरकत की। खड़िया समन्वय समिति के अध्यक्ष डॉ. चंद्र किशोर ने अतिथियों का स्वागत वीरू गमछा देकर किया। कोलेबिरा विधायक ने कहा कि आदिवासी समाज आज विकट परिस्थिति से गुजर रहा है। बाहरी ताकतें जमीन, जल और जंगल पर कब्जे की कोशिश में लगी हैं। उन्होंने युवाओं से एकजुट होकर अपनी पहचान और संस्कृति की रक्षा की अपील की।
स्वावलंबन से ही विकास संभव : गैडशान डुंगडुंग
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज आत्मनिर्भर होता है, अपने खेतों और जंगलों से जीवनयापन करता है। नौकरी और पैसे के पीछे भागने से नहीं, बल्कि अपनी बनाई वस्तुओं को बाजार तक पहुंचाने से समाज का विकास होगा।
युवा ही समाज की दिशा तय करते हैं : भूषण बड़ा
सिमडेगा विधायक ने कहा कि युवाओं में समाज को दिशा देने की ताकत है, लेकिन आज कई युवा रास्ता भटक रहे हैं। उन्होंने युवाओं से समय की कीमत पहचानने और समाज के उत्थान में योगदान देने की अपील की।

नशे से समाज कमजोर हो रहा : जीग्गा सुसरण होरो
सिसई विधायक ने कहा कि नशे की गिरफ्त में आने से आदिवासी समाज कमजोर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बाहरी समाज इस कमजोरी का फायदा उठा रहा है। युवाओं से उन्होंने नशे से दूर रहने और समाज को संगठित करने का आग्रह किया।
सरकारी योजनाओं से जोड़े समाज : बसंती डुंगडुंग
जिला परिषद सदस्य बसंती डुंगडुंग ने सरकारी योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि जानकारी के अभाव में समाज योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहा। उन्होंने युवाओं से जागरूक होने और तकनीक का उपयोग कर विकास की राह पर बढ़ने का आह्वान किया।
एकता ही सबसे बड़ी ताकत : कुलभूषण डंडों
रांची खड़िया महासभा के अध्यक्ष कुलभूषण डंडों ने कहा कि संगठन ही समाज की असली ताकत है। पुराने जमाने में हमारे पुरखे संगठित होकर हर काम करते थे। उन्होंने युवाओं से समाज को बचाने और एकजुट होकर कार्य करने की अपील की।
संस्कृति और युवाओं की प्रतिभा का संगम
सम्मेलन में सामूहिक नृत्य, लोकगीत, क्विज़, फैशन शो और पारंपरिक कार्यक्रम हुए। सिमडेगा कॉलेज ने सामूहिक नृत्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया, कार्तिक उरांव महाविद्यालय गुमला ने द्वितीय स्थान पाया। सम्मेलन का लाइव टेलीकास्ट पूरे देश में देखा गया। झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, असम, बंगाल और अंडमान निकोबार से भी बड़ी संख्या में खड़िया युवा पहुंचे।
सम्मेलन में विवाह मिलान पहल भी हुई सफल
सम्मेलन में विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए आवेदन भरे गए। इस पहल के तहत तीन जोड़े विवाह के लिए राजी हुए, जिससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई।
खड़िया समाज ईमानदार और स्वच्छ है : सिप्रियन कुल्लू
उन्होंने कहा कि खड़िया समाज छल-कपट से दूर, सादगी और ईमानदारी से भरा हुआ है। यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।
कार्यक्रम में उपस्थित रहे प्रमुख लोग
मेरी क्लोड्या सोरेंग, मथियास कुल्लू, बिपिन डुंगडुंग, संजय इंदवार, विश्वास टेटे, अंकिता कुल्लू, डेविड सोरेंग, सुशांत सोरेंग, नीलिमा बा, रेशमा केरकेट्टा, और कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता व युवा प्रतिनिधि शामिल थे।
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