Patna : बिहार विधानसभा के दूसरे सत्र में आज उस समय शर्मनाक स्थिति उत्पन्न हो गई, जब सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच तीखी बहस ने मारपीट का रूप ले लिया। हंगामे के बीच माइक तोड़ने और गाली-गलौज की घटनाएं सामने आईं, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इस दौरान CM नीतीश कुमार को सुरक्षा घेरे में सदन से बाहर निकाला गया।
मामला कहां से शुरू हुआ :
वोटर लिस्ट पुनरीक्षण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाया। इस पर डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा और BJP-JDU के विधायकों के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हुई। स्थिति तब और बिगड़ गई, जब डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने तेजस्वी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा, “जिसका बाप अपराधी हो, जेल गया हो, वो तय करेगा कि क्या सही है?” जवाब में तेजस्वी ने कहा, “आप कौन होते हैं यह तय करने वाले?”
मां-बहन की गालियां और ‘पैंट गीला’ टिप्पणी
इसी बीच BJP विधायक जनक सिंह (तरैया, सारण) ने तेजस्वी को कथित तौर पर मां-बहन की भद्दी गालियां दीं। जवाब में तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “इतना जोर से बोलोगे तो पैंट गीला हो जायेगा।” इस टिप्पणी के बाद माहौल और गरमा गया।
माइक तोड़कर दौड़े बीजेपी विधायक
हंगामा बढ़ने पर विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और बाहर चले गए। इसके बाद BJP विधायक संजय सिंह ने माइक तोड़कर विपक्षी विधायकों की ओर दौड़ लगाई। उनके साथ कुछ अन्य BJP विधायक भी थे। जवाब में RJD के दो दर्जन से अधिक विधायक भी BJP विधायकों की ओर बढ़े, जिससे हाथापाई की नौबत आ गई।
सुरक्षाकर्मियों ने रोका, नीतीश को निकाला
स्थिति बेकाबू होते देख दो दर्जन सुरक्षाकर्मियों ने दोनों पक्षों को अलग करने की कोशिश की। इस बीच BJP के कुछ नेताओं ने संजय सिंह को सदन से बाहर निकाला, जिससे मारपीट टल गई। उधर, CM नीतीश कुमार को सुरक्षाकर्मियों ने घेरकर सदन से सुरक्षित बाहर निकाला। डिप्टी CM सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा सदन में ही मौजूद रहे। बाद में तेजस्वी यादव भी विपक्षी विधायकों के साथ बाहर निकल गए।
तनावपूर्ण रहा माहौल
इस घटना ने बिहार विधानसभा की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दोनों पक्षों के बीच तल्खी और व्यक्तिगत टिप्पणियों ने सदन को अखाड़े में बदल दिया। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इस घटना के राजनीतिक निहितार्थ आने वाले दिनों में चर्चा का विषय बने रहेंगे।
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