Patna : बिहार की राजधानी पटना के धनरूआ थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक सनसनीखेज वारदात ने इलाके में तनाव पैदा कर दिया। बदमाशों ने जियाउद्दीन चक गांव निवासी राजेंद्र पासवान और उनके बेटे दीपक पासवान का उनके घर से खींचकर अपहरण कर लिया। सोमवार सुबह दीपक पासवान की बॉडी दरधा नदी के किनारे झाड़ियों में मिली, जबकि उनके पिता राजेंद्र पासवान अब भी लापता हैं। पुलिस ने इस घटना को बदले की भावना से जोड़ा है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
बदले की भावना से जुड़ा मामला
पुलिस के अनुसार यह घटना गांव में दो गुटों के बीच पुराने विवाद का परिणाम है। रविवार दिन में उसी गांव के राहुल नामक युवक को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया था, जिसका इलाज पटना के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इस घटना के बाद दोनों गुटों में तनाव बढ़ गया। पुलिस का मानना है कि बदला लेने की नीयत से रविवार रात 8-10 हमलावरों ने राजेंद्र और दीपक को उनके घर से जबरन उठा लिया। हमलावर लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से लैस थे।
दीपक की हत्या, पिता की तलाश जारी
दीपक पासवान के भाई विपिन पासवान ने मीडिया को बताया कि हमलावरों ने उनके भाई और पिता को गांव से बाहर ले जाकर दीपक को पहले लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और फिर धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद बॉडी को दरधा नदी में फेंक दिया गया। सोमवार सुबह उनकी बॉडी रामनगर गांव के पास नदी किनारे झाड़ियों में मिली। राजेंद्र पासवान की तलाश के लिए पुलिस ने SDRF की टीम को लगाया है।
ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन, सड़क जाम
बॉडी मिलने के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को पटना-गया-मसौढ़ी मार्ग पर डेड बॉडी रखकर सड़क जाम कर दी। उन्होंने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आगजनी और नारेबाजी की। ग्रामीणों की मांग थी कि जब तक राजेंद्र का पता नहीं चलता, वे न तो जाम हटाएंगे और न ही बॉडी उठाने देंगे। पटना SSP कार्तिकेय शर्मा, सिटी SP पश्चिम परिचय कुमार और मसौढ़ी पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी कमल मीणा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
विपिन पासवान ने आरोप लगाया कि अपहरण की सूचना तुरंत धनरूआ थाने को दी गई थी, लेकिन पुलिस ने समय पर कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों ने भी दबंगों द्वारा आए दिन मारपीट और दहशत फैलाने की शिकायत की। तनाव को देखते हुए गांव में 200 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। SSP कार्तिकेय शर्मा ने कहा, “जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
पुराना विवाद बना वजह
राहुल के परिवार के अनुसार 2022 में उनके चाचा खुब्बल प्रसाद की वीर बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। परिवार का आरोप है कि गांव के कुछ दबंग युवक वर्चस्व के लिए लगातार उत्पात मचाते हैं। चाचा की हत्या के बाद परिवार के एक अन्य युवक की भी हत्या हुई थी और अब राहुल पर हमला किया गया। घटना के समय राहुल जौदी चक सड़क के पास अपनी गाड़ी बनवा रहा था, तभी बाइक सवार हमलावरों ने उस पर गोली चला दी, जो उसके सिर के पास लगी। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने मामले में जांच तेज कर दी है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
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