Jamshedpur : दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां सागरा और सोनाखान स्टेशन के बीच गुरुवार सुबह एक मादा हाथी भुवनेश्वर-धनबाद एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन की चपेट में आ गई। हादसे में हाथी गंभीर रूप से घायल हो गई, जिससे हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के मुताबिक, यह घटना सुबह करीब 5 बजे हुई, जब ट्रेन तेज रफ्तार में थी और हाथी रेलवे ट्रैक पार कर रही थी। बताया जा रहा है कि यह मादा हाथी पिछले कुछ दिनों से अपने झुंड से अलग हो गई थी और आसपास के क्षेत्र में अकेले घूम रही थी।
राहत कार्य जारी, ट्रैक से हटाया जा रहा है हाथी
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। घायल हाथी को ट्रैक से हटाने के लिए क्रेन की मदद ली जा रही है। हाथी के पैर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल, जानवर को प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की जा रही है।
रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित
• हादसे का सीधा असर रेल परिचालन पर पड़ा है।
• भुवनेश्वर-धनबाद एक्सप्रेस को सोनाखान के पहले ही रोक दिया गया है।
• ट्रेन संख्या 22358 को राजगांगपुर स्टेशन पर सुबह 5:30 बजे रोका गया।
• कई अन्य ट्रेनों को भी विभिन्न स्टेशनों पर रोका गया है।
• राहत व बचाव कार्य जारी है, लेकिन ट्रेनों की देरी से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है।
हाथियों की सुरक्षा के लिए रेलवे की नई पहल
चक्रधरपुर मंडल में लगातार हो रहे हाथी-ट्रेन हादसों को रोकने के लिए रेलवे ने कदम उठाए हैं। रेलवे ने घोषणा की है कि हाथियों की सुरक्षा के लिए AI आधारित ‘इंट्रूजन डिटेक्शन सिस्टम’ लगाया जाएगा। यह सिस्टम प्रेशर वेव तकनीक के जरिये हाथियों की मौजूदगी का पता लगाकर अलर्ट भेजेगा, जिससे समय रहते ट्रेन की गति को धीमा किया जा सकेगा और टक्कर से बचा जा सकेगा।
जंगलों से गुजरती पटरियों पर जानवरों को खतरा
चक्रधरपुर रेल मंडल का बड़ा हिस्सा जंगलों से होकर गुजरता है, जहां हाथियों की नियमित आवाजाही होती है। रेल लाइन पार करते समय हाथियों का ट्रेन से टकराना अब एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। वन विभाग और रेलवे के बीच बेहतर तालमेल से ऐसी घटनाओं को भविष्य में टाला जा सकता है।
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