
Johar Live Desk : आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जंक फूड, मीठे ड्रिंक्स, तनाव, नींद की कमी और एक्सरसाइज का अभाव आम बात हो गई है। लेकिन ये सभी आदतें हमारे लिवर को चुपचाप नुकसान पहुँचा रही हैं। यही वजह है कि फैटी लिवर जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।
क्या होता है फैटी लिवर?
जब लिवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा जमा होने लगती है, तो इसे फैटी लिवर कहा जाता है। यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरू में कोई खास लक्षण नहीं दिखाती। लेकिन अगर कुछ संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इससे बचा जा सकता है।
जानिए फैटी लिवर के कुछ शुरुआती लक्षण
मीठा खाने की तीव्र इच्छा
अगर बिना कारण अचानक मीठा खाने का मन करने लगे, तो यह लिवर के शुगर प्रोसेसिंग में गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
पेट में गैस, ब्लोटिंग और अपच
लगातार अपच, पेट फूलना और भारीपन महसूस हो तो यह बाइल जूस की कमी और लिवर के कमजोर होने का लक्षण हो सकता है।
ब्रेन फॉग या ध्यान की कमी
ध्यान भटकना, याददाश्त कमजोर होना या सोचने में दिक्कत आना ये संकेत फैटी लिवर की वजह से खून में टॉक्सिन्स बढ़ने के कारण हो सकते हैं।
लगातार थकान महसूस होना
अगर बिना मेहनत के भी शरीर थका-थका लगे, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि लिवर ठीक से एनर्जी स्टोर और सप्लाई नहीं कर पा रहा।
त्वचा संबंधी समस्याएं
त्वचा पर रैशेज, खुजली या लाल चकत्ते दिखना इस ओर इशारा करता है कि लिवर शरीर से टॉक्सिन्स को सही तरह से बाहर नहीं निकाल पा रहा।
समय पर पहचान और इलाज जरूरी
इन लक्षणों को मामूली न समझें। यदि ये संकेत लगातार दिख रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें और जीवनशैली में सुधार करें। सही खान-पान, नियमित व्यायाम और तनाव नियंत्रण से फैटी लिवर को रोका जा सकता है।