Garhwa : विश्व एड्स दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) ने चिकित्सा विभाग और स्थानीय डॉक्टरों के साथ मिलकर अस्पताल परिसर में विशेष जागरूकता और कानूनी सहायता अभियान चलाया। इस अभियान का मकसद लोगों को एड्स और एचआईवी से संबंधित सही जानकारी देना और प्रभावित व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों से अवगत कराना था।
अभियान में डॉक्टर जिया उल हक ने सुरक्षित यौन संबंध, सुई साझा न करने और मां से बच्चे में संक्रमण रोकने के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने समय पर एचआईवी टेस्ट और जल्दी निदान की जरूरत पर जोर दिया। डॉक्टर सुशील कुमार रमन ने एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) के महत्व को समझाया, जिससे एचआईवी पॉजिटिव लोग लंबा और स्वस्थ जीवन जी सकें। डॉ प्रशांत प्रमोद, डॉ अनुप्रिया और डॉ सत्येंद्र ने भी लोगों को जागरूक किया।
DLSA के पैरा लीगल वॉलंटियर रविंद्र कुमार पाठक ने एचआईवी/एड्स (निवारण और नियंत्रण) अधिनियम, 2017 के प्रावधानों की जानकारी दी और बताया कि यह कानून एचआईवी पॉजिटिव लोगों के साथ किसी भी प्रकार के भेदभाव को रोकता है, चाहे वह नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा या आवास से जुड़ा हो।
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