Ranchi : बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के संभावित प्रभाव को देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने किसानों से सतर्क रहने की अपील की है। मौसम विभाग के अनुसार, 28 से 31 अक्टूबर के बीच जिले में भारी वर्षा, 60 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और आंधी-बारिश की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने कहा है कि इस दौरान धान, मक्का, सब्जी और अन्य खरीफ फसलों को भारी नुकसान का खतरा बना हुआ है।
जिला प्रशासन और कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि जिन खेतों में फसलें कटाई के लिए तैयार हैं, उन्हें काटकर खेतों में न छोड़ें। फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें और बारिश से बचाने के लिए प्लास्टिक शीट या तिरपाल से ढक दें। सब्जियों को हवा से बचाने के लिए हल्के डंडों से सहारा दें और नदी-नालों के किनारे लगी फसलों पर विशेष नजर रखें। पॉलीहाउस या नेट हाउस को रस्सियों और तारों से मजबूत करने की भी सलाह दी गई है।
पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखने और चारे को बारिश से बचाने की व्यवस्था करने को कहा गया है। साथ ही सिंचाई पंप, ट्रैक्टर और अन्य कृषि उपकरणों को ऊंचे स्थान पर ले जाने की सलाह दी गई है। सब्जियों की बुआई रोकने और अगर आलू की बुआई हो चुकी है, तो मेढ़ काटकर पानी निकासी का इंतजाम करने की हिदायत दी गई है।

जिन किसानों ने बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (B-PMFBY) में पंजीकरण कराया है, वे नुकसान की स्थिति में फोटो या वीडियो प्रमाण सहित विभाग को सूचित करें। प्रभावित किसान 72 घंटे के भीतर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के टोल फ्री नंबर 14447 पर संपर्क कर बीमा दावा दर्ज करा सकते हैं।
प्रशासन ने कहा है कि किसानों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और हर संभव राहत एवं सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। सभी से अपील की गई है कि घबराएं नहीं और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें।

