Ranchi: झारखंड ATS (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) की टीम अजरबैजान से अपराधी सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह को लाने की तैयारी पूरी कर चुकी है। एटीएस एसपी ऋषव झा के नेतृत्व में टीम अजरबैजान जायेगी। मामला दूसरे देश होने के कारण सभी का पासपोर्ट बन गया है। सुनील मीणा गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई का दोस्त है, जबकि अमन साहू गैंग (मृत) का सक्रिय अपराधी है। वर्तमान में सुनील मीणा अजरबैजान के जेल में कैद है। उसे झारखंड लाने को लेकर सारी कागजी तैयारियां पूरी हो चुकी है। सुनील मीणा के झारखंड लाने की तारीख को जोहार लाइव न्यूज सार्वजनिक नहीं करेगा। इससे अजरबैजान जाने और वापस आने वाली टीम को भी परेशानी हो सकती है।
झारखंड ATS के आग्रह पर इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस
सुनील मीणा उर्फ मयंक सिंह की गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद झारखंड पुलिस ने प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे झारखंड लाने की प्रक्रिया शुरू की थी। झारखंड एटीएस के अनुरोध पर इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसी नोटिस के आधार पर सुनील मीणा की गिरफ्तारी हुई थी। वह राजस्थान के अनूपगढ़ जिला के नयी मंडी थाना क्षेत्र के जीडीए पुरानी मंडी घड़ासान का रहनेवाला है। उस पर रामगढ़ के पतरातू में धमकी देने का एक मामला दर्ज था, जिसका अनुसंधान एटीएस कर रही है। एटीएस की टीम राजस्थान जाकर इश्तेहार वारंट का तामिला पहले करा चुकी है।
मयंक के खिलाफ ज्यादातर मामले रांची जिला के
अपराधी मयंक सिंह के खिलाफ अधिकतर आपराधिक मामले राजधानी रांची के हैं। इसके अलावा उस पर चतरा, लातेहार, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, पलामू सहित अन्य जिलों में करीब 43 केस दर्ज हैं। उस पर गिरिडीह जेलर को धमकी देने और तुपुदाना व रामगढ़ के व्यवसायियों को रंगदारी के लिए धमकाने का आरोप है। वहीं, लातेहार में रंगदारी को लेकर सुजीत सिन्हा और अमन साहू गिरोह द्वारा फायरिंग कराने की जिम्मेदारी मयंक सिंह द्वारा लिये जाने की बात सामने आ चुकी है। इसके अलावा रांची के अन्य व्यवसायियों से भी मयंक सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले सामने आ चुके हैं।