Patna : पटना में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। सुबह और शाम ठंड का अहसास होता है, जबकि दोपहर में हल्की गर्मी रहती है। मौसम बदलने के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं। सर्दी-बुखार, सांस संबंधी संक्रमण, वायरल फ्लू और निमोनिया के मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ रही है।
अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
IGIMS के HOD डॉ. राजकुमार ने बताया कि ठंड के दौरान ज्वाइंट पेन, बदन दर्द और शरीर में जकड़न की समस्या आम होती है। प्रतिदिन लगभग 80 से 90 मरीज OPD में आते हैं।
विशेष ध्यान की जरूरत :
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि ठंड का सबसे अधिक असर नवजात शिशुओं, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों पर पड़ सकता है।

स्वास्थ्य केंद्रों को दिए निर्देश :
- अस्पतालों में हीटिंग व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त रखें।
- सर्दी, खांसी, बुखार और संक्रमण की दवाइयों का पर्याप्त भंडार करें।
- गंभीर मरीजों के लिए अलग से बेड आरक्षित रखें।
- सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडलीय अस्पतालों और जिला अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।
निरीक्षण की योजना :
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि सोमवार से वह सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण करेंगे और अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिससे मरीजों की संख्या और बढ़ सकती है।
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