Patna : वोट अधिकार यात्रा का आज आखिरी दिन रहा। इस मौके पर आयोजित समापन कार्यक्रम में कई बड़े नेता शामिल हुए। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी रैली में शिरकत की और सभा को संबोधित करते हुए भाजपा और निर्वाचन आयोग पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने धन-बल के सहारे सत्ता पर कब्जा कर लिया और उसी दिन से देश तबाही की ओर बढ़ गया। अगर अभी चेत नहीं हुए तो फिर कभी चेतने का मौका नहीं मिलेगा।
बिहार चुनाव को उन्होंने सिर्फ चुनाव नहीं बल्कि “देश बचाने का संकल्प” करार दिया। अपनी जेल यात्रा का जिक्र करते हुए सोरेन ने कहा कि मुझे कई दिनों तक जेल में बंद रखा गया। यहां तक कि लोकसभा चुनाव भी जेल से रहकर लड़ना पड़ा। अगर बाहर रहते तो परिणाम और बेहतर आते। मुख्यमंत्री ने वोटरलिस्ट पुनरीक्षण पर भी सवाल उठाए और कहा कि सामान्य वोटर रिविजन तो ठीक है, लेकिन “स्पेशल वोटर इंसेंटिव रिविजन” क्या है, इसका जवाब मिलना चाहिए।
पलायन के मुद्दे पर सोरेन ने कहा कि ये बहुत बड़े तीस मारखां नहीं हैं। जब आदिवासी और दलित समाज एकजुट होता है तो ये कहीं टिकते नहीं। झारखंड में हमने पलायन रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं और आधी आबादी को मदद दी है। राज्य में ही रोजगार देकर हमने लोगों को बाहर जाने से रोका है। उन्होंने कहा… “यह आवाज न डरने वाली है, न डिगने वाली। जनता का सहयोग ही ताकत बनेगा और वही देश की तकदीर लिखेगा।”
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