Johar Live Desk : हड्डियों को मज़बूत बनाने वाला Vitamin D अगर हद से ज़्यादा लिया जाए, तो यही आपकी सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन बन सकता है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स और मेडिकल मामलों ने इस बात की पुष्टि की है कि विटामिन D का अत्यधिक सेवन जानलेवा साबित हो सकता है।
ब्रिटेन में एक मौत से बढ़ी चिंता
2024 में ब्रिटेन के एक व्यक्ति की मौत विटामिन D और कैल्शियम की ओवरडोज़ से हुई थी। उसके बाद से डॉक्टर लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि लोग बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट्स लेना बंद करें।
क्या है विटामिन D टॉक्सिसिटी?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, शरीर में विटामिन D की ज़रूरत से ज़्यादा मात्रा जमा हो जाने पर यह टॉक्सिसिटी पैदा करता है, जिसे हाइपरविटामिनोसिस D कहा जाता है। इससे शरीर में कैल्शियम का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाता है, जो किडनी, दिल और हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
ज्यादा विटामिन D लेने से हो सकते हैं ये लक्षण
- पेट से जुड़ी समस्याएं: मतली, उल्टी, भूख न लगना
- दिमागी असर: भ्रम, थकावट, सिरदर्द
- किडनी पर असर: बार-बार पेशाब, डिहाइड्रेशन, किडनी स्टोन
- हड्डियों में दिक्कत: दर्द, कमजोरी, फ्रैक्चर
- दिल पर असर: तेज धड़कन, अनियमित हार्टबीट, हाई BP
किडनी पर सबसे बड़ा खतरा
जब शरीर में विटामिन D की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो खून में कैल्शियम का स्तर बढ़ने लगता है। किडनी को इस अतिरिक्त कैल्शियम को बाहर निकालने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे किडनी स्टोन, नेफ्रोकैल्सीनोसिस और अंत में किडनी फेलियर तक हो सकता है।
दिल और ब्लड वेसेल्स पर असर
विटामिन D की अधिकता से हृदय की गति अनियमित हो सकती है। लगातार हाई कैल्शियम लेवल ब्लड वेसेल्स में कैल्शियम का जमाव कर सकता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर और कोरोनरी आर्टरी डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे बचें इस ‘छिपे हुए ज़हर’ से?
- बिना डॉक्टरी सलाह के सप्लीमेंट न लें
- रोजाना 600 IU विटामिन D ही पर्याप्त (विशेष परिस्थिति में डॉक्टर अधिक दे सकते हैं)
- धूप से प्राकृतिक तरीके से विटामिन D पाएं
- सप्लीमेंट लेने से पहले ब्लड टेस्ट कराएं
- हाई कैल्शियम डाइट से बचें अगर आप सप्लीमेंट ले रहे हैं