Ranchi: रामगढ़ थाना के प्रभारी और चर्चित पीके सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है. बोकारो आईजी के आदेश पर रामगढ़ के एसपी ने यह कार्रवाई की है. पीके सिंह को रामगढ़ पुलिस लाइन में योगदान देने को कहा गया है.
दरअसल, युवती से गलत व्यवहार के आरोप में गिरफ्तार आफताब अंसारी की थाना परिसर से फरारी ने पुलिस तंत्र की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में रामगढ़ थाना प्रभारी पीके सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। बोकारो रेंज के आईजी के निर्देश पर रामगढ़ एसपी ने यह कार्रवाई की और पीके सिंह को अब पुलिस लाइन में योगदान देने को कहा गया है।
आईजी ने पूरे मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों और कर्मियों की पहचान कर जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश भी एसपी को दिया है।
आफताब को रामगढ़ महिला थाना में दर्ज केस (कांड संख्या 14/2025) के तहत पकड़ा गया था। उस पर एक युवती के साथ दुर्व्यवहार का आरोप है। गिरफ्तारी के बाद उसे बिना हथकड़ी के थाना लाया गया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह पहरा ड्यूटी में तैनात जवानों को चकमा देकर दामोदर नदी की ओर निकल भागा।
आफताब की फरारी के बाद से उसकी कोई सूचना नहीं है। न वह घर पहुंचा, न ही किसी संभावित ठिकाने से बरामद हुआ। पुलिस ने कई जगह तलाशी ली, लेकिन अब तक वह पकड़ से बाहर है। इससे अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या उसके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई?
पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि अभियुक्त को सही तरीके से हथकड़ी नहीं लगाई गई थी और उसकी गिरफ्तारी सिर्फ औपचारिकता भर थी। यही कारण रहा कि वह आसानी से फरार हो सका।
इस लापरवाही ने रामगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब निगाहें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि जिम्मेदार कौन हैं और उनके खिलाफ क्या सख्त कदम उठाए जाएंगे।