Ranchi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा सिरमटोली फ्लाईओवर को लेकर दिए गए बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) तीव्र आपत्ति जताता है। झामुमो महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि श्री मरांडी का बयान न केवल तथ्यहीन है, बल्कि आदिवासी समाज को गुमराह करने का एक साजिश भी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन द्वारा 5 जून को सिरमटोली फ्लाईओवर का लोकार्पण पूरी पारदर्शिता और जनभागीदारी के साथ हुआ। यह कोई “गुपचुप” कार्यक्रम नहीं था, बल्कि इस अवसर पर लगभग 10,000 लोग उपस्थित थे, जिनमें राजधानी रांची के नागरिक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, आदिवासी समाज के लोग और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल थे।
पांडेय ने कहा कि भाजपा को आदिवासी अस्मिता की चिंता अब क्यों सताने लगी है, जब उन्होंने अपने शासनकाल में लगातार आदिवासियों की जमीन, जल और जंगल की अनदेखी की। फ्लाईओवर निर्माण के दौरान सरना स्थल की पवित्रता को लेकर समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए निर्माण में जनभावना के अनुरूप बदलाव किए गए और स्थानीय लोगों से संवाद कर वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर सहमति ली गई।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि झामुमो सरकार विकास और संवेदनशीलता के संतुलन में विश्वास रखती है। सिरमटोली फ्लाईओवर सिर्फ एक ढांचागत परियोजना नहीं, बल्कि राजधानी के हजारों लोगों को रोज़ाना ट्रैफिक जाम से राहत देने वाली जोरदार पहल है, जिसमें आदिवासी, गैर-आदिवासी सभी समान रूप से लाभान्वित होंगे। ये इंजीनियरिंग का बेमिसाल उदाहरण है।
महासचिव पांडेय ने कहा कि भाजपा नेताओं को जनता को गुमराह करने की बजाय सकारात्मक राजनीति करनी चाहिए और समाज के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। जनहित से जुड़ी ऐसी परियोजना के खिलाफ जा कर भाजपा की छवि विकास विरोधी साबित हुई है। भाजपा की इसकी चिंता करनी चाहिए। हेमंत सरकार को लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुत मिला है, जनता का आशीर्वाद हेमंत जी के साथ है और रहेगा।
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